रूस-यूक्रेन संघर्ष का अंत नजदीक: जेलेंस्की की नई शांति योजना, बाइडन और ट्रंप को करेंगे साझा

वॉशिंगटन:  यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए एक नई और व्यापक योजना तैयार की है, जिसे उन्होंने ‘विक्ट्री प्लान’ यानी ‘जीत की योजना’ का नाम दिया है। यह योजना न केवल यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष को रोकने के लिए है, बल्कि इसका उद्देश्य वैश्विक शांति और स्थिरता की बहाली भी है। जेलेंस्की ने अपनी इस योजना को दुनिया के प्रभावशाली नेताओं के सामने रखने का निर्णय लिया है और इसके लिए वह रविवार को संयुक्त राज्य अमेरिका पहुंचे हैं। यहाँ वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर अपनी योजना साझा करेंगे।

अमेरिका यात्रा का उद्देश्य और रणनीति

जेलेंस्की की यह यात्रा अमेरिकी सरकार को इस बात के लिए मनाने की एक महत्वपूर्ण कोशिश है कि वे यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता में लंबी दूरी के हथियारों की भी शामिल करें। अब तक अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी है, क्योंकि इससे युद्ध और अधिक भड़क सकता है। लेकिन जेलेंस्की का मानना है कि इन हथियारों के उपयोग से यूक्रेन को युद्ध में निर्णायक बढ़त मिल सकती है। गुरुवार को व्हाइट हाउस में होने वाली मुलाकात में जेलेंस्की, बाइडन से इस विषय पर चर्चा करेंगे और उन्हें यह समझाने की कोशिश करेंगे कि इन हथियारों का उपयोग युद्ध को जल्द समाप्त करने में कैसे मदद कर सकता है।

विक्ट्री प्लान का परिचय और उसके उद्देश्य

इस योजना को विक्ट्री प्लान कहा गया है, जिसका उद्देश्य सिर्फ युद्ध का अंत करना नहीं, बल्कि एक स्थायी और न्यायपूर्ण समाधान खोजना है, जो क्षेत्रीय विवादों को शांतिपूर्ण तरीकों से हल कर सके। जेलेंस्की ने कहा कि बाइडन इस योजना को पूरी तरह से जानने वाले पहले विदेशी नेता होंगे, और इसके बाद इसे अन्य सहयोगी देशों के नेताओं के सामने भी रखा जाएगा। हालांकि, इस योजना के ब्योरे अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसमें राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य सभी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है।

अमेरिकी फैक्ट्री का दौरा और समर्थन की अपील

जेलेंस्की ने अपनी यात्रा की शुरुआत पेंसिल्वेनिया में एक फैक्ट्री का दौरा करके की, जहां तोपखाने के गोले बनाए जाते हैं। उन्होंने इस मौके पर वहां के कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसे स्थानों पर लोकतांत्रिक दुनिया की जीत की वास्तविकता महसूस की जा सकती है। इसके माध्यम से उन्होंने अमेरिकी जनता और सरकार को यह संदेश देने की कोशिश की कि यूक्रेन केवल अपनी रक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए भी लड़ रहा है।

आने वाले दिनों की अहमियत और वैश्विक दृष्टिकोण

जेलेंस्की ने कहा कि आने वाला सप्ताह यह तय करेगा कि 30 महीने से भी अधिक चलने वाले इस खूनी संघर्ष का भविष्य क्या होगा। उन्होंने कहा कि अब यह फैसला लिया जा रहा है कि वैश्विक नेताओं की वर्तमान पीढ़ी अपनी विरासत में क्या छोड़कर जाएगी। जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि यह योजना केवल यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनिया के अन्य संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए भी एक मॉडल बन सकती है।

बाइडन से संबंधों पर जेलेंस्की का विचार

यात्रा से पहले जेलेंस्की ने कहा था कि बाइडन और उनके बीच भविष्य के संबंधों को लेकर कुछ फैसले लिए गए हैं और उन्होंने यह भी संकेत दिया कि बाइडन ने अपने दृष्टिकोण में कुछ बदलाव किए हैं। इससे यह साफ है कि दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन को दी जाने वाली मदद और अन्य रणनीतिक मुद्दों पर खुलकर बातचीत हुई है।

विक्ट्री प्लान की रूपरेखा और संभावित प्रभाव

हालांकि, जेलेंस्की की योजना का विवरण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन इस योजना के क्रियान्वयन से यूक्रेन को एक मजबूत कूटनीतिक समर्थन मिल सकता है। यह योजना अन्य देशों को भी इस संघर्ष के समाधान में शामिल कर सकती है और एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाकर रूस पर दबाव बना सकती है।

इस प्लान के तहत यूक्रेन अपनी सेना की स्थिति मजबूत करने और रूस को जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी कर सकता है। वहीं, अगर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों से सैन्य सहायता बढ़ती है, तो इससे युद्ध का संतुलन बदल सकता है और युद्ध का अंत संभव हो सकता है।

जेलेंस्की की यह यात्रा और योजना एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जो न केवल रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने में मदद कर सकती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी नए आयाम जोड़ सकती है।