रायपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में हाथियों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। जिले में लगातार जंगली हाथियों द्वारा लोगों पर हमले की घटना सामने आ रही है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बता दें, छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जान बचाने के लिए घर से निकल कर भाग रही महिला को पटक कर हाथी ने कुचल कर मार डाला।
जानकारी के अनुसार, यह घटना जिले के कांसाबेल थाना क्षेत्र के देवरी गाँव की है। बुधवार की रात करीबन 11 बजे गांव में एक दंतैल हाथी आ गया और मकान तोड़ने लगा, जिसके बाद गांव में अफरा तफरी मच गई। इसी दौरान जान बचाने के लिए लोग घर छोड़ कर भागने लगे, उसी समय देवरी निवासी सुमति बाई पति मंजन राम उम्र 50 वर्ष को दंतैल ने दौड़ा कर कुचल कुचल मार डाला।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके में पहुंच गई। बताया जा रहा है कि, दंतैल हाथी पास के जंगल में डेरा जमाया हुआ है। वन विभाग ने स्थानीय रहवासियों को जंगल की तरफ न जाने की सलाह दी है।
इसके अलावा जशपुर में हाथियों के आतंक के कई मामले सामने आए हैं। बता दें, हाथियों के एक झुंड ने बुधवार रात को बगीचा वन क्षेत्र के अंतर्गत जुरगुम गांव में स्थानीय निवासी जगमोहन (53) पर उस समय हमला कर दिया, जब वह घर पर अपने बीमार बैल का इलाज कर रहे थे। घटना में बैल की भी मौत हो गई। इसके साथ ही रात में हाथी के हमले की दूसरी घटना कांसाबेल वन परिक्षेत्र के देवरी गांव में हुई। यहां हाथियों ने स्मृति बाई नाम की महिला को कुचलकर मार डाला। इस दौरान मृतक महिला के परिवार के एक सदस्य ने भागकर बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार, पिछले एक महीने से जिले के पत्थलगांव, कांसाबेल और बगीचा वन रेंज के गांवों के पास हाथियों के छह अलग-अलग झुंड देखे गए हैं। बता दें, वन कर्मी जंबो की गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं। छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में मानव-हाथी संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है। सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले मुख्य रूप से इस खतरे का सामना कर रहे हैं।