मिस्र के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द नाइल से सम्मानित किया
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी से काहिरा में द्विपक्षीय वार्ता की और दोनों देशों के बीच रणनीतिक भागीदारी को और सुदृढ करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नवीनीकरणीय ऊर्जा, संस्कृति और आम जनता के आपसी संपर्क सहित कई मुद्दों पर भागीदारी और मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया।
सीसी ने मोदी को मिस्र के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द नाइल से सम्मानित किया।
दोनों नेताओं ने रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कृषि, पुरातत्व और धरोहर तथा प्रतिस्पर्धा कानून के क्षेत्र में भी तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री हेलियोपोलिस राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक गए और उन चार हजार तीन सौ वीर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और अदन में सर्वोच्च बलिदान दिया था।
मोदी अल हकीम मस्जिद भी गए, जहां उनका स्वागत मिस्र के पर्यटन और धरोहर मंत्री डॉक्टर मोस्तफा वजीरी ने किया। प्रधानमंत्री बोहरा समुदाय के नेताओं से भी मिले।
फातिमिद काल की इस शिया मस्जिद को बनाए रखने में बोहरा समुदाय की सक्रिय भूमिका रही है और यह भारत और मिस्र की आम जनता के मजबूत संबंधों को प्रदर्शित करती है। एक ट्वीट में मोदी ने कहा कि यह मस्जिद मिस्र की समृद्ध विरासत और संस्कृति का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री अमरीका और मिस्र की सफलतापूर्वक यात्रा संपन्न करने के बाद आज रात नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।