शिक्षामंत्री ने पठन और गणना कौशल में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय अभियान “निपुण भारत” का शुभारंभ किया

नई दिल्ली :- केन्‍द्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पठन-पाठन में दक्षता और संख्‍यात्‍मक कौशल की समझ के लिए राष्‍ट्रीय पहल – निपुण भारत का आज वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। इसका उद्देश्‍य बच्‍चों में पठन-पाठन, लिखने और संख्‍यात्‍मक कौशल की दक्षता विकसित करना है।

निपुण भारत का शुभारंभ करते हुए पोखरियाल ने कहा कि ये पहल नई शिक्षा नीति का मजबूत स्‍तंभ सिद्ध होगी। उन्‍होंने कहा कि इस पहल के जरिये प्राथमिक शिक्षा के दौरान बच्‍चों में सीखने और संख्‍यात्‍मक कौशल की समझ विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि इस माध्‍यम से विद्यार्थी मूलभूत समस्‍याओं को संख्‍यात्‍मक कौशल की बेहतर समझ के साथ सुलझा सकेंगे।

निपुण भारत को अद्भुत पहल बताते हुए शिक्षा राज्‍यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि ये पहल अगले पांच वर्षों में स्‍कूली शिक्षा का भविष्‍य बदल देगी। उन्‍होंने कहा कि ये बच्‍चों में मजबूत नींव रखेगी और भविष्य में उच्‍च शिक्षा हासिल करने में मदद करेगी।

राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्‍वयन के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं। इस कड़ी में स्‍कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा शुरू किया गया निपुण भारत महत्‍वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम के दौरान आज निपुण भारत पर लघु विडियो, गीत और कार्यान्‍वयन संबंधी दिशानिर्देश जारी किये गए। सभी राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के स्‍कूल शिक्षा विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारी तथा संस्‍थानों के प्रमुख भी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए।