धीरेंद्र शास्त्री ने काशी में किया बड़ा ऐलान, हिंदुओं को एकजुट करने के लिए निकालेगे पदयात्रा

उत्तर प्रदेश :  बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, आज गुरुवार को बाबा विश्वनाथ की पवित्र नगरी काशी पहुंचे, जहाँ उन्होंने अपने शिष्य प्रशांत शुक्ला के घर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। बारिश के बीच, धीरेंद्र शास्त्री ने छत पर खड़े होकर लोगों को संबोधित करते हुए हिंदू समाज की एकजुटता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि हिंदू एकजुट हों, और इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए वह 21 से 30 नवंबर के बीच एक पदयात्रा शुरू करने जा रहे हैं।

इस पदयात्रा का उद्देश्य न केवल हिंदू एकता को बढ़ावा देना है, बल्कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यह पदयात्रा प्रतिदिन 20 किलोमीटर चलेगी, और इसकी शुरुआत 21 नवंबर को बागेश्वर धाम से होगी। यात्रा का समापन 30 नवंबर को ओरछा में होगा, जिससे कुल दूरी 160 किलोमीटर तक जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब वह खुद गांव-गांव जाकर लोगों से मिलेंगे, ताकि छोटे लोगों को भी उनके संदेश और दृष्टिकोण से जोड़ सकें।

धीरेंद्र शास्त्री ने स्पष्ट किया कि यह पदयात्रा जाति, पात और ऊंच-नीच की सभी दीवारों को तोड़कर भारत को और अधिक मजबूत करने की दिशा में होगी। वह इस यात्रा के दौरान केवल गांवों में रुकेंगे और लोगों से संवाद करेंगे, ताकि सभी को एकत्रित किया जा सके।

बाबा विश्वनाथ के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए, उन्होंने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उनके आगमन की खबर फैलते ही, गांव और आस-पास के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए, जो उनकी शिक्षाओं और मार्गदर्शन के प्रति अपनी रुचि दर्शाते हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है।