“दलित बेटी की बारात पर दबंगों का हमला: सामाजिक समानता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल”
बरेली. सिरौली थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव में सामाजिक समानता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां एक दलित बेटी की बारात को दबंगों ने हथियारों के बल पर रोक दिया। यह घटना उस समय हुई जब शादी के उत्सव का माहौल चल रहा था, और बैंड बाजा बजने की आवाजें हर ओर गूंज रही थीं। लेकिन खुशी का यह माहौल अचानक खौफ और तनाव में बदल गया जब कुछ दबंगों ने बारात पर हमला कर दिया और हथियार दिखाकर बारातियों को भगाने की कोशिश की।
शादी समारोह के दौरान, जैसे ही बारात गांव में पहुंची और बैंड बाजा बजने लगा, कुछ स्थानीय दबंग वहां पहुंचे और उत्पात मचाने लगे। उन्होंने बैंड बाजे को रोकने की कोशिश की और विरोध करने पर तमंचा निकालकर बारातियों को धमकाया। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति खुलेआम तमंचा लहराते हुए बारातियों को डराने का प्रयास कर रहा है। वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन दबंग अपनी हरकतों से पीछे नहीं हटे।यह घटना न केवल एक दलित परिवार की खुशी को तहस-नहस करने का प्रयास था, बल्कि समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और असमानता की गहरी जड़ें भी दिखाती है। दबंगों की यह हरकत एक बार फिर इस सवाल को उठाती है कि क्या समाज में सभी वर्गों को समान अधिकार और सम्मान मिल पाता है?
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने सिरौली थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया,
जिसके बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। कई यूजर्स ने इस घटना को लेकर अपने विचार व्यक्त किए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की। इस मामले ने देशभर में दलित अधिकारों और सामाजिक न्याय के मुद्दे पर चर्चा छेड़ दी है।
इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की कार्यक्षमता पर भी सवाल खड़े किए हैं। शादी जैसे पवित्र आयोजन में सुरक्षा की गारंटी न होना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में किसी भी वर्ग को इस प्रकार के अन्याय का शिकार न होना पड़े।पीड़ित परिवार ने इस घटना को अपने लिए गहरा अपमान बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनकी बेटी या उनके परिवार पर नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज पर हमला है। परिवार ने मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और ऐसे कदम उठाए जाएं जिससे भविष्य में किसी भी दलित परिवार को इस प्रकार की असुरक्षा का सामना न करना पड़े।
पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच तेज कर दी है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।यह घटना एक बार फिर इस बात का प्रमाण है कि समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है। यह केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह ऐसी घटनाओं का विरोध करे और हर वर्ग को समान सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए प्रयासरत रहे।