कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी CWC का ऐलान कर दिया है। 39 सदस्यों की इस कमेटी में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी शामिल हैं। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी कमेटी में बरकरार रखा गया है। CWC में छत्तीसगढ़ से ताम्रध्वज साहू और फूलोदेवी नेताम को जगह मिली है। जबकि मध्यप्रदेश से दिग्विजय सिंह और कमलेश्वर पटेल को जगह मिली है। दोनों राज्यों में इसी साल के आखिर में चुनाव होने हैं। खड़गे ने अपने खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर को भी वर्किंग कमेटी में शामिल किया है। CWC में कुल 84 नाम हैं। इनमें CWC मेंबर, स्थायी आमंत्रित, महासचिव, विशेष आमंत्रित और प्रभारियों के नाम शामिल हैं।
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 23 सदस्यीय CWC को भंग कर दिया था और उसकी जगह एक 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया था। कांग्रेस पार्टी में वर्किंग कमेटी यानी CWC टॉप एग्जीक्यूटिव बॉडी है। इसका गठन दिसंबर 1920 में कांग्रेस के नागपुर सेशन के दौरान किया गया था। इसकी अध्यक्षता सी विजयराघवाचार्य ने की थी। पार्टी के संविधान के नियमों की व्याख्या और लागू करने का अंतिम अधिकार CWC के पास ही है।छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा को भी कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल किया गया है। मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम में फूलोदेवी को स्थाई सदस्य बनाया गया है, जिसमें 18 कांग्रेस नेताओं के नाम हैं।
कांग्रेस के सियासी दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ देश में कांग्रेस के लिए सबसे मजबूत राज्य है। छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा देशभर में हुई है और कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जहां भी चुनाव प्रचार किया। वहां सार्वजनिक मंचों से छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा की, जिस तेजी से छत्तीसगढ़ के नेताओं का कद कांग्रेस में बढ़ा उस लिहाज से उम्मीद की जा रही थी कि 3 से 4 नाम खड़गे की नई टीम में शामिल किए जा सकते हैं, लेकिन हाईकमान ने सिर्फ दो ही नामों पर भरोसा जताया, जिससे सभी हैरान है। वहीं विपक्ष निशाना साध रही है।