“ससुरालवालों की हैवानियत: अंधविश्वास की भेंट चढ़ी बहू, गर्म तेल में हाथ डालकर किया गंभीर अत्याचार”

राजगढ़ :  मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में अंधविश्वास का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। नरसिंहगढ़ नगर के अंबेडकर नगर में रहने वाली 45 वर्षीय विधवा महिला देवलीबाई ने अपने ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप लगाया है कि उन्हें “परी माता” के प्रभाव में साबित करने के लिए उनके दोनों हाथ गर्म तेल की कढ़ाई में डाल दिए गए। यह घटना एक बर्बरता के रूप में सामने आई है, जहां महिला को प्रताड़ित करने का यह अजीब तरीका अपनाया गया।

महिला का कहना है कि वह अपने बच्चों के साथ अपने ससुराल में रह रही है और उसके पास कोई भाई-बहन नहीं है। उसका पति भी इस दुनिया को छोड़ चुका है, जिससे वह पूरी तरह अकेली महसूस कर रही है। उसका ससुराल पक्ष, खासकर उसके ससुर और उनके भाइयों, ने उसे डराने-धमकाने के लिए यह निर्दयता पूर्ण कदम उठाया। 10 अक्टूबर को, नवमी के दिन, जब महिला के ससुराल वाले इस अंधविश्वास को साबित करने की कोशिश कर रहे थे, तब उन्होंने उसके हाथों को गर्म तेल में डाल दिया। इसके परिणामस्वरूप, उसके हाथ गंभीर रूप से झुलस गए और उसे राजगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इस अत्याचार की खबर फैलने के बाद, महिला के परिजनों ने तुरंत नरसिंहगढ़ थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। महिला ने अपने चाचा की बेटी की मदद से पुलिस को इस मामले की जानकारी दी, और इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में बाबूलाल, मांगीलाल, नारायण सिंह, और मदन शामिल हैं, जो सभी महिला के ससुराल पक्ष के सदस्य हैं।

यह मामला न केवल अंधविश्वास की क्रूरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग व्यक्तिगत लाभ के लिए महिलाओं को अपने स्वार्थी इरादों का शिकार बनाते हैं। महिला ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि उसके ससुराल वाले उसकी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं, और वह लगातार अपने बच्चों के लिए सुरक्षा की गुहार लगा रही है।

राजगढ़ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, और यह मामला समाज के भीतर अंधविश्वास और महिलाओं के प्रति अत्याचार की समस्याओं पर प्रकाश डालता है। यह घटना लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम करेगी, ताकि ऐसे जघन्य कृत्यों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।