“सीआरपीएफ जवानों ने शहीद सतीश कुमार की बेटी का कन्यादान कर दी भावुक श्रद्धांजलि”
नई दिल्ली: सीआरपीएफ के डीआईजी कोमल सिंह की टीम ने हरियाणा के जींद जिले में एक दिल छू लेने वाली पहल के तहत शहीद सतीश कुमार की बेटी निशा का कन्यादान किया। यह घटना सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जहां इंटरनेट यूजर्स ने सीआरपीएफ जवानों की इस भावना को सराहा और इसे एक प्रेरणादायक कदम बताया। शहीद सतीश कुमार 20 मार्च 2015 को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में शहीद हो गए थे, और उनका परिवार अब भी उनकी शहादत की यादों से जूझ रहा था।
निशा की शादी के मौके पर सीआरपीएफ की टीम ने न केवल अपने कर्तव्य का पालन किया, बल्कि परिवार के साथ मिलकर इस खुशी के मौके को यादगार बना दिया। शादी के दौरान, दुल्हन निशा और दूल्हा दोनों ही शहीद सतीश की तस्वीर पकड़े हुए सोफे पर बैठे थे, जबकि उनके आसपास खड़े सीआरपीएफ जवान उन्हें आशीर्वाद दे रहे थे। यह दृश्य न केवल भावनात्मक था, बल्कि यह दिखाता है कि सीआरपीएफ परिवार अपने शहीदों की कृतज्ञता और उनके परिवारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में हमेशा खड़ा रहता है।
सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों ने मिलकर पूरे गांव में शादी के माहौल को खुशनुमा बनाया। वे सुबह से ही उचाना के छातर गांव पहुंचे और गांववालों के साथ मिलकर शादी की तैयारियों में भाग लिया। वधू पक्ष की ओर से सीआरपीएफ जवानों ने बारात का जोरदार स्वागत किया और पूरे रीति-रिवाजों के साथ कन्यादान किया। डीआईजी कोमल सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “निशा हमारे शहीद सतीश की बेटी है। हम उससे खून के रिश्ते से नहीं जुड़े, लेकिन वह हमारी सीआरपीएफ परिवार का हिस्सा है। हम यहां उसके सम्मान को बढ़ाने के लिए आए हैं और उसे यह गर्व महसूस कराना चाहते हैं कि उसके पिता ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।”
सीआरपीएफ जवानों ने इस शादी को न केवल एक पारिवारिक उत्सव के रूप में मनाया, बल्कि यह एक ऐसा उदाहरण पेश किया जिसमें शहीदों के परिवारों को पूरा सम्मान और समर्थन दिया गया। शहीद सतीश कुमार के परिवार के लिए यह दिन एक नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक था, जिसमें उनकी बेटी निशा को अपने पिता की कमी के बावजूद पूरे परिवार का प्यार और आशीर्वाद मिला।