निर्माण में भ्रष्टाचार- 15 दिन भी नहीं चली 60 लाख से बनी सड़क, निगम आयुक्त की कार्रवाई, 2 उप अभियंता निलंबित, 3 के खिलाफ जांच के आदेश

रायपुर। निगम क्षेत्र के सड़क निर्माण में लापरवाही बरतने वाले निगम के दो उप अभियंता को निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने निलंबित कर दिया है। साथ ही तीन अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए हैं। इस निर्माण में इतनी गड़बड़ी थी कि 15 दिन में ही सड़क उखड़ गई और धूल, मिट्टी और गिट्टियां भी उपर आ गई। इस सड़कों के निर्माण में निगम ने करीब 60 लाख रुपये खर्च कर बनाए थे, लेकिन 15 दिन में ही पोल खुल गई। इस सड़कों का निर्माण निगम के इंजीनियरों की निगरानी में ठेकेदार ने बनाया है। सड़कों की हालत देखकर इससे पता लगाया जा सकता है कि इस निर्माण कार्य में अधिकारियों और ठेकेदार ने बढ़ी लापरवाही बरती है।
निगम के जोन 9 के तहत सड्डू बाजार, केपिटल सिटी फेस 2 और दुबे कॉलोनी में किए गए सीसी सड़क निर्माण कार्यों की शिकायत मिली थी। इस पर संज्ञान लेते हुए आयुक्त ने निलंबन की कार्रवाई की है। निगम आयुक्त ने बताया कि सड्डू बाजार, केपिटल सिटी फेस 2 में सीसी सड़क निर्माण का कार्य करीब 41 लाख रुपये के अनुमानित लागत में ठेकेदार से कराया गया था। कार्य में ढील और लापरवाही के कारण सड़क की गुणवत्ता बहुत खराब पाई गई। एक महीने के भीतर ही सड़क पूरी तरह से उखड़ गई, जिसमें सीमेंट का धूलना और रेत व गिट्टी का बाहर निकलना प्रमुख रूप से देखा गया। इस कार्य के लिए जिम्मेदार उप अभियंता रूचि साहू को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने कार्य की गुणवत्तापूर्ण निगरानी में घोर लापरवाही बरती।
15 दिनों के भीतर ही उखड़ गई सड़क
इसी तरह, दुबे कॉलोनी, भीमराव अंबेडकर वार्ड में सीसी सड़क और नाली निर्माण कार्य की अनुमानित लागत 19.8 5 लाख रुपये थी, जो ठेकेदार द्वारा कराया गया। इस निर्माण कार्य में भी गुणवत्ता की कमी पाई गई, और 15 दिनों के भीतर ही सड़क पूरी तरह से उखड़ गई। इस कार्य के लिए जिम्मेदार उपअभियंता जयनंदन डहरिया को भी निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि वे कार्य के दौरान उचित निरीक्षण और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में असफल रहे।