“नाबालिगों के अश्लील चित्रण से ‘गंदी बात’ में बवाल, एकता और शोभा कपूर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत शिकायत”

‘गंदी बात’:   वेब सीरीज ‘गंदी बात’के सीजन छह के एक एपिसोड ने विवादों को जन्म दिया है, जिसमें नाबालिग लड़कियों के अश्लील दृश्य प्रदर्शित किए गए हैं। इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया स्वरूप, निर्माता एकता कपूर और उनकी मां शोभा कपूर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई है। मुंबई के बोरीवली स्थित एमएचबी पुलिस थाने में एक स्थानीय नागरिक द्वारा यह शिकायत की गई, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इस सीरीज में नाबालिगों के आपत्तिजनक चित्रण के माध्यम से गंभीर कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एकता और शोभा कपूर को इस मामले में पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है, और उन्हें 24 अक्तूबर को मुंबई पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। यह मामला पिछले हफ्ते अदालत के आदेश पर दर्ज किया गया था, और इसकी गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू की है। विवादास्पद एपिसोड की स्ट्रीमिंग को रोक दिया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मामले की संवेदनशीलता और विवाद ने निर्माता और उनके परिवार के सदस्यों को एक नई कानूनी चुनौती में डाल दिया है।

शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि ‘गंदी बात’ सीरीज में नाबालिग लड़कियों के अश्लील चित्रण के साथ-साथ सिगरेट के विज्ञापन का उपयोग करते हुए महापुरुषों और संतों का अपमान किया गया है। इस पर गंभीर प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं, जिसमें इसे आपत्तिजनक और भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया गया है। इसके अलावा, कई अन्य कानूनों का उल्लंघन भी माना गया है, जैसे कि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000, वुमन प्रोहिबिशन एक्ट 1986, और सिगरेट्स तथा अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम 2003।

इस मामले ने न केवल एकता कपूर और उनके परिवार को बल्कि फिल्म और टेलीविजन उद्योग को भी विचार करने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे वेब कंटेंट को प्रस्तुत किया जा रहा है और किस तरह से यह दर्शकों, विशेष रूप से युवाओं, पर प्रभाव डाल सकता है। मीडिया और जनता की नजरें इस मामले पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि पुलिस जांच का निष्कर्ष क्या निकलता है और क्या आगे कोई कानूनी कार्रवाई होती है। इस विवाद ने यह सवाल भी खड़ा किया है कि क्या दर्शकों को ऐसी सामग्री दिखाना उचित है जो समाज में संवेदनशील मुद्दों पर प्रकाश डालता है, खासकर जब यह नाबालिगों से संबंधित हो।