कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सोशल मीडिया पर दिया बयान : कहा अधूरे वादों को कब पूरा करेगी मोदी सरकार
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों के प्रदर्शन पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक बयान जारी करते हुए सरकार पर कई मोर्चों पर असफलता का आरोप लगाया। खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार अपने 100 दिनों के एजेंडे को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है, खासतौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और शासन से संबंधित मुद्दों पर। उन्होंने 17 सितंबर को सरकार के 100 दिन पूरे होने का जिक्र किया, जो कि पीएम मोदी के 74वें जन्मदिन के दिन भी है।
खड़गे ने जम्मू और कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमलों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में विफल साबित हो रही है, जिसमें कई भारतीय सैनिकों ने अपनी जान गंवाई। उन्होंने मणिपुर में जारी हिंसा का भी जिक्र किया, जो पिछले 16 महीनों से राज्य को जकड़े हुए है। खड़गे ने मोदी सरकार पर इस गंभीर आंतरिक संकट को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री के पास राज्य का दौरा करने तक का समय नहीं है।
कांग्रेस ने सरकार पर बेरोजगारी से निपटने के तरीके को भी आड़े हाथों लिया। खड़गे ने कहा कि युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने NEET पेपर लीक जैसी घटनाओं का हवाला दिया और सरकार के रोजगार सृजन के दावों को खारिज किया। उन्होंने इसे “मौजूदा सरकार की विफलता” बताया और बेरोजगारी की समस्या को बड़ा मुद्दा बताते हुए सरकार की आलोचना की।
खड़गे ने बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे, पुल, सड़कें, सुरंगें, जो भी बनवाया गया है, वह या तो गिर रहा है या खामियों से भरा है। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, हवाई अड्डों की छत, नई संसद और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में गुणवत्ता की कमी का आरोप लगाया। इसके अलावा, खड़गे ने बाढ़ से प्रभावित राज्यों को राहत देने में सरकार की विफलता का जिक्र किया और रेलवे सुरक्षा के मुद्दे को भी उठाया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच के कथित संबंधों को उजागर करते हुए कहा कि मोदी-अडानी महाघोटाले की जांच की जानी चाहिए और इसे अब और दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि सेबी द्वारा किए गए खुलासों को छिपाने की कोशिश की जा रही है।
खड़गे ने अंत में कहा कि सरकार के पहले 100 दिनों के एजेंडे के बारे में किसी को पता नहीं है, लेकिन देश 95 दिनों में ही इसके निष्क्रियता के गंभीर परिणाम भुगत रहा है।
