बेरोजगारी पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला, जयराम रमेश बोले – “युवा हताश और निराश, सरकार ध्यान भटकाने में व्यस्त”
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक मीडिया रिपोर्ट साझा करते हुए दावा किया कि भारत में बेरोजगारी की स्थिति भयावह होती जा रही है और युवा रोजगार के लिए विदेश जाने को मजबूर हो रहे हैं। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार न तो युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा कर रही है और न ही देश की शिक्षा प्रणाली को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने के लिए कोई ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां केवल कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने तक सीमित रह गई हैं, जबकि देश के लाखों शिक्षित युवा रोजगार की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देकर कांग्रेस का हमला
जयराम रमेश ने मर्सर-मेटल के “इंडियाज ग्रेजुएट स्किल इंडेक्स 2025” के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में सिर्फ 42.6% स्नातक ही रोजगार के योग्य पाए गए हैं, जबकि 57.4% युवा नौकरी पाने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है क्योंकि इससे पता चलता है कि देश की शिक्षा प्रणाली और उद्योगों की आवश्यकताओं के बीच गहरा अंतर है। कंपनियां युवाओं की डिग्री को पर्याप्त नहीं मान रही हैं, क्योंकि उनमें आवश्यक व्यावसायिक कौशल की कमी है।
मोदी सरकार पर ‘ध्यान भटकाने’ का आरोप
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार रोजगार सृजन के बजाय केवल “ध्यान भटकाने” की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कभी धर्म, कभी जाति, कभी राष्ट्रीयता के मुद्दे को उछालकर जनता का ध्यान बेरोजगारी और महंगाई जैसी गंभीर समस्याओं से हटाने में लगी हुई है। उन्होंने सवाल किया कि सरकार बताए कि शिक्षा प्रणाली को उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप क्यों नहीं बदला गया? कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को मुख्यधारा में लाने के लिए क्या ठोस रणनीति अपनाई जा रही है?
बेरोजगारी और महंगाई को लेकर कांग्रेस के लगातार हमले
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है। जयराम रमेश ने इससे पहले भी कहा था कि मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है, जिससे निम्न और मध्यम वर्ग के परिवारों का जीवन बेहद कठिन हो गया है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि बीते 10 वर्षों में महंगाई ने आम लोगों की जेबों पर भारी असर डाला है, लेकिन सरकार इसके समाधान के बजाय केवल चुनावी लाभ के लिए घोषणाएं कर रही है।
क्या सरकार के पास कोई ठोस योजना है?
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से स्पष्ट रूप से जवाब मांगा है कि वह युवाओं के लिए रोजगार सृजन को लेकर क्या ठोस कदम उठा रही है। पार्टी का कहना है कि बेरोजगारी एक राष्ट्रीय संकट का रूप ले चुकी है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। विपक्ष का यह आरोप है कि यदि सरकार जल्द ही इस दिशा में ठोस नीति नहीं अपनाती है, तो भारत के युवा वर्ग का भविष्य संकट में पड़ सकता है।
देश में बढ़ती बेरोजगारी और शिक्षा व्यवस्था में आवश्यक सुधारों की मांग को लेकर कांग्रेस ने आने वाले दिनों में इस मुद्दे को और मजबूती से उठाने के संकेत दिए हैं।