महाराष्ट्र में महायुति सरकार पर कांग्रेस का हमला, नाना पटोले बोले 65% मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे!
मुंबई : महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य की महायुति सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। नागपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में शामिल 65% मंत्री दागी हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने दावा किया कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भी अधिकांश मंत्री अभी तक अपने विभागों में सक्रिय नहीं हुए हैं।
भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर निशाना साधते हुए पटोले ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर उदासीन बनी हुई है। उन्होंने कहा, “सोयाबीन, कपास, प्याज और डेयरी किसानों की स्थिति बेहद खराब है। दूसरी ओर, बेरोजगारी अपने चरम पर पहुंच गई है। लेकिन सरकार को सिर्फ अपनी सत्ता बचाने की चिंता है, जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।”
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
नाना पटोले ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए और कहा कि आयोग की कार्यप्रणाली पारदर्शी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल के चुनावों में धांधली की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता और प्रशासनिक संस्थानों पर सरकार का सीधा प्रभाव नजर आता है।
लाड़की बहिन योजना में गड़बड़ियों का आरोप
राज्य सरकार की लाड़की बहिन योजना, जिसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की आर्थिक सहायता दी जाती है, उस पर भी पटोले ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस योजना में भारी अनियमितताएं हो रही हैं और कई अपात्र लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि न केवल महाराष्ट्र के बाहर रहने वाली महिलाएं, बल्कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए इस योजना का फायदा उठा रहे हैं।
रवींद्र धांगेकर के पार्टी छोड़ने की अटकलों पर बोले पटोले
पुणे के पूर्व कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर के एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए पटोले ने कहा, “कुछ नेताओं के लिए राजनीति अब सिर्फ एक व्यवसाय बन चुकी है। सत्ता में चाहे कोई भी हो, लेकिन जनता कांग्रेस के साथ है।” हालांकि, जब खुद रवींद्र धांगेकर से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कांग्रेस छोड़ने की बात से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि वे केवल अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़े कुछ कामों के लिए एकनाथ शिंदे से मिले थे।
नाना पटोले बनाम रवींद्र धांगेकर— पार्टी के अंदर खींचतान?
गौरतलब है कि नाना पटोले और रवींद्र धांगेकर के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं माने जाते। दोनों नेताओं के बीच पहले भी कई बार मतभेद सामने आ चुके हैं। ऐसे में धांगेकर की शिवसेना में जाने की अटकलें कांग्रेस के लिए झटके से कम नहीं हैं।
कांग्रेस का सरकार पर हमला जारी रहेगा
नाना पटोले ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस महायुति सरकार की नीतियों और फैसलों की आलोचना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी जनता के मुद्दों को उठाती रहेगी और सत्ता पक्ष को जवाबदेह बनाने का काम करती रहेगी।
महाराष्ट्र में आगामी चुनावों को देखते हुए कांग्रेस के हमले तेज हो गए हैं, और नाना पटोले के हालिया बयान इस बात का संकेत दे रहे हैं कि आने वाले दिनों में राजनीतिक तापमान और बढ़ सकता है।