“महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर असमंजस, एकनाथ शिंदे ने की महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस”
मुंबई : महाराष्ट्र के हालिया चुनावी नतीजों ने महायुति गठबंधन, जिसमें शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं, को विशाल बहुमत के साथ सत्ता में बनाए रखा है। महायुति को 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीटें हासिल हुईं, जबकि महा विकास आघाडी (एमवीए) को केवल 46 सीटों पर संतोष करना पड़ा। हालांकि, चुनावी नतीजे आने के बाद भी मुख्यमंत्री के चेहरे पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है, क्योंकि भाजपा, शिवसेना और राकांपा ने यह संकेत दिया है कि वे आपसी चर्चा के बाद एक साझा निर्णय पर पहुंचेंगे।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के प्रमुख, एकनाथ शिंदे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य में महायुति के विशाल बहुमत के जीत की घोषणा की। उन्होंने जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह जीत महायुति की विकासात्मक योजनाओं और कार्यों पर विश्वास का परिणाम है। शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए कभी भी अपनी स्थिति को प्रमुख नहीं समझा, बल्कि हमेशा आम आदमी की तरह काम किया। उनके अनुसार, उन्होंने महाराष्ट्र की समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार प्रयास किए और इस बार के चुनावी नतीजे उनके कार्यों का प्रमाण हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे ने अपनी योजनाओं की सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि लाडली बहन योजना पर काम की शुरुआत की गई थी, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना था। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें विश्वास दिया और मुख्यमंत्री के रूप में बड़ी जिम्मेदारी दी। शिंदे ने बताया कि उनकी सरकार ने जनता के लिए निरंतर काम किया और आने वाले समय में राज्य के विकास के लिए और अधिक योजनाओं की शुरुआत की जाएगी।
महायुति के बहुमत के बावजूद मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अनिश्चितता ने राज्य की राजनीति में दिलचस्प मोड़ ले लिया है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि भाजपा, शिवसेना और राकांपा के नेता अंततः किस फैसले पर पहुंचते हैं और महाराष्ट्र की अगली सरकार किस दिशा में आगे बढ़ेगी।