कलेक्टर द्वारा समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा संवेदनशीलता के साथ कार्य निपटाने के दिये निर्देश

गरियाबंद 10 नवम्बर 2020/ कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने कहा है कि अधिकारी अपनी संवदेनशीलता का परिचय देते हुए विभागीय कार्य सम्पादित करें। लोग कार्यो से प्रभावित हो और उन्हें बार-बार कार्यालय आना न पड़े।
कलेक्टर  क्षीरसागर आज अधिकारियों की बैठक में विभागवार समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को उक्त आशय के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकासखंड स्तरीय अधिकारियों के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी और तहसीलदारों से कहा कि जाति ,निवास, आय प्रमाण पत्र समयबद्ध ढंग से बनना चाहिए। डायवर्सन के सरलीकरण प्रक्रिया का ध्यान रखते हुए नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर ने विभागीय कार्यो पर विशेष जोर देते हुए अग्रिम अधिपत्य, बेदखली आदेश का क्रियान्वयन और आर.बी.सी 6-4 प्रकरण पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी को जब्त वाहनों की कार्यवाही हेतु निर्धारित दर का उल्लेखित करते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु फाईल कलेक्टोरेट भेजने निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी/तहसीलदार , संबंधित अनुविभाग व तहसील में गिरदावरी कार्य पूर्ण करा लेने का प्रमाण पत्र जिला कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने,जिले में रेत खदान के लिए 19 चिन्हित स्थान का नक्शा-खसरा और मुरूम खदान संबंधी अनुशंसा पत्र भी भेजे।
कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी हेतु किसान पंजीयन ठीक ढंग से हो वहीं अवैध धान भण्डारण पर अभी से कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये। सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र से जिले में नवीन धान उपार्जन केन्द्र खोलने हेतु प्राप्त 10 आवेदन पर तथा शासन से प्राप्त 08 उपार्जन केन्द्र के संबंध में सीमा निर्धारण कर अपने अभिमत सहित अनुशंसा पत्र जिला कार्यालय भिजवाये।
उन्होंने जिले में उद्योग विभाग के लिए आबंटित भूमि का एन.ओ.सी संबंधित ग्राम पंचायत से दिलवाने अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को निर्देशित किया।

कलेक्टर ने कहा कि आगामी दिनों में तहसील कार्यालयों का निरीक्षण प्रस्तावित है। अधिकारी प्रकरणों से संबंधी दस्तावेज का संधारण सही कर लेवें।

उन्होंने मुख्यमंत्री फ्लेगशीप योजना अंतर्गत विभागीय एण्ट्री पर जोर देते हुए कहा कि योजना क्रियान्वयन के संबंध में विभागवार एण्ट्री के आधार पर शासन द्वारा जिले की समीक्षा की जाती है।

कलेक्टर ने कहा कि जिले में स्वीकृत सभी गौठानों का निर्माण होना है। गौठान में गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन बेहतर हो, सभी गौठानों मे वर्मी कम्पोस्ट निर्माण होना है। गौठान योजना के क्रियान्वयन में सभी विभाग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे।

कलेक्टर ने कहा कि गरियाबंद के अलावा जिले के अन्य नगरीय निकाय छुरा, फिंगेश्वर, राजिम  तथा विकासखंड स्तर पर भी शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलेंगे। उन्होंने उक्त स्कूल हेतु उपयुक्त स्थानों व ग्रामों का चयन करने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया।

कलेक्टर ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षक योग्य हो। कलेक्टर ने नगर पालिका गरियाबंद के सी.एम.ओ को मुख्य सड़कों को गौरवपथ की सफाई पर विशेष ध्यान देने कहा। ए.सी.टी को जिले में निर्माणाधीन माॅडल आश्रम छात्रावास भवनों के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने जिले में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देते हुए हाट-बाजार में हैण्डीक्रप्ट सामग्री जो गांव वाले बनाकर बेचने बाजार में लाते है, की जानकारी उपलब्ध कराने जनपद सी.ई.ओ को निर्देशित किया। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान बेहतर कार्य योजना के साथ संचालित करने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को जिन्हें शासकीय भवन हेतु जमीन की आवश्यकता है अपर कलेक्टर को जानकारी उपलब्ध कराने कहा। इसी प्रकार तहसील एवं विकासखंड स्तर पर हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्माणाधीन आवासीय भवन की अद्यतन स्थिति में प्रगति लाने के साथ विभाग को हैण्डओवर कराई जाये।

कलेक्टर ने जिला अधिकारियों को माननीय उच्च न्यायालय से संबंधित प्रकरणों पर समयावधि में  जावबदावा प्रस्तुत करने कहा। उन्होंने लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत विभागों हेतु अधिसूचित सेवाएं से संबंधित प्रकरणों पर विशेष ध्यान देने अधिकारियों को निर्देशित किया।

जिला पंचायत के सी.ई.ओ विनय कुमार लंगेह ने जनपद सीईओ को धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरा निर्माण, गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण व गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन, अंग्रेजी माध्यम स्कूल स्थान चयन, वनधन प्रसंस्करण केन्द्र निर्माण पर जोर देने कहा।

उन्होंने अनुविभागीय दण्डाधिकारी, जनपद सी.ई.ओ और बी.एम.ओ को संबंधित क्षेत्र में कोविड-19 सर्वे में चिन्हांकित व्यक्तियों की टेस्टिंग संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सर्वे में चिन्हाकित कोविड-19 टेस्ट नहीं कराने वालों पर एफ.आई.आर दर्ज कराये।

बैठक में वनमण्डलाधिकारी  मयंक अग्रवाल,अपर कलेक्टर  जे.आर चैरसिया, डिप्टी कलेक्टर  ऋषा ठाकुर सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।