“कलेक्टर गोयल ने राजस्व अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी”

रायगढ़:  कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक आयोजित की, जिसमें राजस्व से संबंधित विभिन्न विषयों की गहन समीक्षा की गई। उन्होंने तहसीलदारवार निजी खातेदार, सह खातेदार, और आधार प्रविष्टि की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी राजस्व अभिलेखों में आधार सीडिंग, मोबाइल नंबर अपडेट, किसान किताब और जेंडर प्रविष्टि जैसे कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरे किए जाएं।

प्रमुख निर्देश और चर्चाएं

1. राजस्व प्रकरणों का समाधान:
कलेक्टर ने अविवादित और विवादित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, और भू-अर्जन जैसे मामलों का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी प्रकरण ऑनलाइन दर्ज हों और समय-सीमा का सख्ती से पालन किया जाए। लंबित प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करने को कहा।

2. नक्शा बटांकन और भू-अर्जन:
कलेक्टर ने तहसीलवार नक्शा बटांकन की प्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि इसे 15 दिनों के भीतर पूरा किया जाए। भू-अर्जन प्रकरणों की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने कहा कि अवार्ड पारित होने के बाद रिकॉर्ड दुरुस्ती का कार्य प्राथमिकता से किया जाए।

3. वसूली और नजूल पट्टे:
कलेक्टर ने भू-राजस्व कर, पंचायत उपकर, शाला भवन उपकर और नजूल भूमि से प्राप्त राजस्व की वसूली की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने आरआरसी वसूली की प्रक्रिया में तेजी लाने और इसके लिए सख्त कार्ययोजना लागू करने पर बल दिया। नजूल पट्टों के नवीनीकरण के लिए विस्तृत जानकारी लेकर प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

4. जाति प्रमाण पत्र और पीडीएस:
जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में तेजी लाने के लिए एसडीएम और बीईओ के बीच समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। इसके अलावा, उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि पीडीएस दुकानों से लोगों को समय पर और नियमित रूप से राशन उपलब्ध हो।

5. अन्य प्रकरण:
कलेक्टर ने आरबीसी 6-4 और हिट एंड रन जैसे लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और निर्देश दिए कि सभी प्रकरण विधिवत प्रक्रिया का पालन करते हुए निपटाए जाएं।

भागीदारी और उपस्थिति

बैठक में एडीएम संतन देवी जांगडे, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि राजस्व से जुड़े कार्यों में तेजी लाई जाए और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समय पर जनता तक पहुंचे।

यह बैठक जिले के राजस्व प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाने और लंबित प्रकरणों के शीघ्र समाधान के लिए प्रतिबद्धता का प्रदर्शन थी।