“सीएम योगी ने रामायण मेला उद्घाटन के दौरान बाबर और समाजवादी पार्टी पर कड़ा बयान दिया”
अयोध्या : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में चार दिवसीय रामायण मेले का उद्घाटन किया, जो 5 से 8 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए गुंडों और अपराधियों का संरक्षण अनिवार्य है, जैसे पानी के बिना मछली तड़पती है। रामायण मेला अयोध्या में धार्मिक, सांस्कृतिक और अध्यात्मिक कार्यक्रमों का अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर अयोध्या की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि यह सनातन धर्म की सबसे पवित्र भूमि है, जहाँ अनेकों युगों से मानवता का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
इस उद्घाटन समारोह में सीएम ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई और हनुमानगढ़ी के दर्शन किए। इसके बाद, उन्होंने जानकी महल ट्रस्ट द्वारा आयोजित विवाहोत्सव में भी भाग लेने की संभावना जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला को पुनः प्रतिष्ठित किया, और अयोध्या के नागरिकों के प्रति उनका गहरा प्रेम व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने डॉ. राम मनोहर लोहिया की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि लोहिया की विचारधारा पर राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी वास्तव में उनके आदर्शों का पालन नहीं करती। उन्होंने इसे एक परिवारवादी और अपराधी संगठनों का समर्थन करने वाली पार्टी बताया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो लोग राम और जानकी के प्रति समर्पण नहीं रखते, उन्हें राजनीति से दूर किया जाना चाहिए।
रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्र ने इस बार के मेले की विशिष्टता को बताया, जिसमें धार्मिक प्रवचन, कथा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक गायन, नृत्य नाटिका और अन्य प्रस्तुतियां होंगी। हर दिन विभिन्न कलाकारों द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के कलाकार हिस्सा लेंगे। रामायण मेला न केवल अयोध्या के धार्मिक महत्व को बढ़ाता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का भी अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करता है।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में अयोध्या के ऐतिहासिक संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा कि 500 साल पहले बाबर के आक्रमण के बाद अयोध्या की स्थिति को याद किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कुछ तत्व इस तरह की स्थितियों को फिर से उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग विदेशों में संपत्ति रखने के बावजूद, संकट के समय यहाँ से भाग जाएंगे और आम जनता को संकट में छोड़ देंगे।
इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का व्यापक आयोजन किया जाएगा, जिसमें रामलीला, भजन गायन, पखावज वादन, और लोक गायन की विशेष प्रस्तुतियाँ होंगी। प्रमुख कलाकारों में हरे रामदास, शांभवी शुक्ला, संजोली पांडेय, मनीष दास, और अन्य शामिल होंगे। रामायण मेला न केवल अयोध्या के ऐतिहासिक धरोहर को जीवित रखेगा, बल्कि यह पूरे देश में भारतीय संस्कृति के महत्व को भी उजागर करेगा।