क्या है बदलापुर यौन उत्पीड़न का मामला?
घटना की शुरुआत 17 अगस्त को हुई, जब स्कूल के अटेंडेंट अक्षय शिंदे पर तीन और चार साल की दो बच्चियों से स्कूल के टॉयलेट में यौन उत्पीड़न का आरोप लगा। बच्चियों ने इस घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज हुई और आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद, स्कूल प्रशासन ने आरोपी अटेंडेंट, प्रिंसिपल और एक महिला टीचर को निलंबित कर दिया। स्कूल ने अपनी लापरवाही के लिए माफी भी मांगी और मामले में सहयोग का आश्वासन दिया।
कैसे हुई पुलिस मुठभेड़?
सोमवार शाम को पुलिस आरोपी अक्षय शिंदे को मुंब्रा बाईपास के पास ले जा रही थी, तभी उसने कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और एपीआई पर गोली चला दी, जिसमें वे घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और फायरिंग की, जिसमें आरोपी की मौत हो गई। घटना के बाद शिंदे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मामले की सीआईडी जांच क्यों?
यह मामला एक पुलिस मुठभेड़ में आरोपी की मौत से जुड़ा होने के कारण जांच की आवश्यकता उत्पन्न हुई है। पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामलों की जांच के लिए महाराष्ट्र सीआईडी को अधिकृत किया गया है। जांच के दौरान, सीआईडी की टीम घटनास्थल का दौरा करेगी, पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज करेगी, जो घटना के समय वहां मौजूद थे, और आरोपी के परिवार से भी बातचीत करेगी।
परिवार ने क्या कहा?
अक्षय शिंदे के परिवारवालों ने पुलिस के दावों पर सवाल उठाए हैं और इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस ने आरोपी के साथ सख्ती बरती और उसके जीवन को खतरे में डाल दिया। परिवार ने पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
मामले का वर्तमान स्थिति और आगे की प्रक्रिया:
इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच, शिंदे के पोस्टमार्टम के परिणाम और सीआईडी की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि वे जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे और सभी तथ्यों को जांच एजेंसी के सामने प्रस्तुत करेंगे। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के परिणाम क्या आते हैं और न्यायिक प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ती है।