“चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की, तेजस्वी यादव की कार्यशैली पर उठाए सवाल”

चिराग पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रमुख, ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है और उनके नेतृत्व की सराहना की है। चिराग ने यह दावा किया कि नीतीश कुमार सत्ता में रहते हुए भी जनता से जुड़ाव बनाए रखते हैं, और उनका दरवाजा हमेशा लोगों के लिए खुला रहता है। चिराग के अनुसार, नीतीश कुमार का यह तरीका विपक्षी नेताओं से अलग है, खासकर तेजस्वी यादव से, जो सत्ता में रहने के दौरान जनता से दूर रहते थे, लेकिन विपक्ष में आने के बाद ही उन्हें जनता की याद आती है। चिराग ने इसे एक विरोधाभास बताया और कहा कि यह दर्शाता है कि सत्ता में रहते हुए भी जनता के साथ जुड़ाव बनाए रखना एक नेतृत्व की खूबसूरती है, और यह खूबी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में है।

चिराग ने तेजस्वी यादव की आगामी कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर भी आलोचनात्मक टिप्पणी की, यह कहते हुए कि इसमें और नीतीश कुमार की यात्रा में एक बड़ा फर्क है। उनका कहना था कि जबकि नीतीश कुमार सत्ता में रहते हुए भी जनता से जुड़े रहते हैं, वहीं तेजस्वी यादव के लिए यह जुड़ाव तब ही होता है जब वह विपक्ष में होते हैं, जो कि राजनीति में एक विरोधाभास है।

इस बीच, चिराग पासवान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने जनसंख्या वृद्धि को लेकर चिंता व्यक्त की थी। चिराग ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि फर्टिलिटी रेट में गिरावट एक चिंता का विषय बन चुका है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान में फर्टिलिटी रेट 2.1 के आसपास होना चाहिए, लेकिन यह गिरकर काफी कम हो गया है, जो कि समाज और देश की भविष्यवाणी के लिए एक गंभीर समस्या हो सकती है।

चिराग पासवान के इस बयान में राजनीति से लेकर समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों तक की चर्चा की गई, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की और तेजस्वी यादव की नीतियों पर सवाल उठाए। उनके बयान ने यह स्पष्ट किया कि उनका ध्यान सिर्फ राज्य और राष्ट्रीय राजनीति तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समाज के समग्र कल्याण पर भी उनका ध्यान है।