शिक्षक के अनुपस्थित से बच्चों का भविष्य अंधकारमय, पढ़ाई की जगह खेलकर लौट जाते हैं बच्चे

बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के जिले बलरामपुर रामचंद्रपुर विकासखंड के दक्षिण पारा पीपरपान प्राइमरी स्कूल का हाल बेहद खस्ता है| यहां पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे है, बता दें कृषि मंत्री रामविचार नेताम के गृह ग्राम इलाके में ऐसी स्थिति हो रही है जहा शिक्षक के नियमित अनुपस्थित रहने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है, करीब 45 बच्चों वाले इस स्कूल में मात्र एक शिक्षक हैं, जो महीनों तक स्कूल नहीं आता है| इसके अलावा इस स्कूल में एक  पियोन और एक आया भी स्कूल में काम करती है|जो नियमित स्कूल खोल देंती है जहा पढ़ाई करने वाले बच्चे रोज स्कूल आते हैं, लेकिन खेल कर वापस चले जाते हैं|

ग्रामीणों ने कई बार विभाग से शिकायत की| लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई| स्कूल में काम करने वाली दाई ने बताया कि बच्चे रोज स्कूल आते हैं, खाना खाते हैं, खेलते हैं और फिर चले जाते हैं|

बच्चों के माता-पिता का कहना है कि पिछले कई महीनों से स्कूल भगवान भरोसे चल रहा है| टीचर का मन होता है तो आ जाते हैं, मन नहीं होता तो नहीं आते| ऐसे स्कूल में बच्चों को भेजना हमारी मजबूरी है| प्रशासन को भी इसकी खबर हैं, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई|

जब इस मामले पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी गया है और उनका वेतन भी रोक दिया है| संकुल स्तर पर मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही नए शिक्षकों को भेजने की तैयारी है|

अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग कब तक इस समस्या का समाधान करता है, या फिर बच्चों की पढ़ाई इसी तरह प्रभावित होती रहेगी|