मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में किया आदिवासी महोत्सव का उद्घाटन

रायपुर:   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतरराज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया। यह आयोजन भारतीय आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है, जिसमें 21 राज्यों के 28 दल शामिल हैं। इन दलों के कलाकार अपने-अपने राज्यों की अनूठी आदिवासी संस्कृतियों का प्रदर्शन करेंगे, जिससे यह महोत्सव विविधता और सांस्कृतिक रंगों से भरपूर बन जाएगा।

आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव में भारत की आदिवासी जीवनशैली, उनके पारंपरिक नृत्य, गीत, और अन्य सांस्कृतिक तत्वों का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। इस महोत्सव में हर राज्य के कलाकार अपने पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुत करेंगे, जो उनकी जनजातीय पहचान और सांस्कृतिक इतिहास का प्रतीक हैं। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शक न केवल भारतीय आदिवासियों की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित होंगे, बल्कि उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं, मान्यताओं और परंपराओं का भी गहन अनुभव प्राप्त करेंगे।

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इस आयोजन का उद्देश्य आदिवासी समुदाय की संस्कृति और पहचान को संरक्षित करना और आने वाली पीढ़ियों तक इसे संप्रेषित करना है। इस महोत्सव में एक ओर जहां आदिवासी कलाकार अपनी परंपराओं का गौरव बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, लोग उनके लोक नृत्यों, पारंपरिक वाद्ययंत्रों, रंग-बिरंगे परिधानों और अनोखी सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू हो रहे हैं। महोत्सव में विभिन्न प्रदर्शनियों, शिल्पकारों के हस्तशिल्प, आदिवासी आभूषण, और पारंपरिक खान-पान के स्टाल भी लगाए गए हैं, जहां लोग आदिवासी समुदाय की जीवंतता को करीब से देख सकते हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने भाषण में आदिवासी समुदाय के योगदान को सराहा और कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमारे समाज में एकता, सम्मान और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने सभी राज्यों से आए कलाकारों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि यह महोत्सव आदिवासी समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में मददगार साबित होगा।