इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट 2025 में मुख्यमंत्री साय का संबोधन: स्वच्छता, विकास और आत्मनिर्भर कृषि पर जोर

रायपुर:  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट 2025 में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन की पहल की सराहना की और इसे छत्तीसगढ़ के लिए मार्गदर्शक बताया। सीएम साय ने कहा कि 2014 में शुरू हुए स्वच्छ भारत मिशन ने न केवल देश में स्वच्छता के प्रति जनचेतना जगाई, बल्कि करोड़ों परिवारों को शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई। उन्होंने जोर दिया कि प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति और स्वच्छ एवं विकसित राष्ट्र के संकल्प ने छत्तीसगढ़ को “ओडीएफ प्लस मॉडल” राज्य बनाने की दिशा में अभूतपूर्व गति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास और स्वच्छता की महत्ता को जोड़ते हुए कहा कि स्वच्छता सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक स्वच्छता के इस उद्देश्य को साकार करने में भागीदार बन रहा है। अब तक राज्य के 5 जिले, 58 विकासखंड और 16,000 से अधिक गांव “ओडीएफ प्लस मॉडल” घोषित हो चुके हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वच्छता को सुदृढ़ करने के लिए अपने निवास परिसर से 10 डी-स्लज वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वाहन विशेष रूप से गांवों से घरों के मल की सफाई और उसके सुरक्षित प्रबंधन के लिए उपयोग किए जाएंगे। इस पहल के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था को तकनीकी और व्यावहारिक रूप से मजबूत किया जा सकेगा। उन्होंने प्रदेश के 10 अलग-अलग जिलों के ग्राम पंचायत के सरपंचों और सचिवों को डी-स्लज वाहनों की चाबी और आवश्यक दस्तावेज सौंपे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए की गई नई पहलों की जानकारी दी और कहा कि डी-स्लज वाहनों का संचालन ग्रामीण स्वच्छता में नई क्रांति लाएगा। उन्होंने कहा कि इन वाहनों के माध्यम से न केवल गांवों की सफाई सुनिश्चित होगी, बल्कि सुरक्षित निपटान से पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ने गांव-गांव तक स्वच्छता के महत्व को पहुंचाया है, जिससे आज हमारा प्रदेश स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। उनका यह कदम प्रधानमंत्री मोदी के “स्वच्छ और विकसित भारत” के सपने को साकार करने की दिशा में प्रदेश की ओर से एक ठोस प्रयास है।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों, ग्राम पंचायतों और प्रशासनिक अधिकारियों का आह्वान किया कि वे स्वच्छता के इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और इसे छत्तीसगढ़ की समृद्धि और विकास की कहानी का अभिन्न हिस्सा बनाएं।