भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर बनी वीणा साहू को मुख्यमंत्री साय ने दी शुभकामनाये

रायपुर : छत्तीसगढ़ की बेटी वीणा साहू ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर का पद प्राप्त कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। बालोद जिले के जमरूवा गांव के साधारण किसान चेतन साहू की बेटी वीणा ने अपने कठिन परिश्रम और मजबूत इरादों से यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उनके इस सफलता के सफर ने साबित किया कि सीमित संसाधनों के बावजूद इच्छाशक्ति और समर्पण से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

संघर्ष और सपनों की उड़ान

छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली वीणा का जीवन हमेशा आसान नहीं था। उनके पिता किसान और मां गृहिणी हैं, जिन्होंने अपनी बेटी के सपनों को सच करने के लिए हर संभव प्रयास किया। गांव की साधारण पृष्ठभूमि से उठकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद प्राप्त करना उनके जुनून और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। वीणा ने बचपन से ही देश सेवा का सपना देखा था और उसके लिए लगातार प्रयास किए।

उनकी शिक्षा के दौरान कई कठिनाइयां आईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उनके जुनून ने उन्हें नर्सिंग क्षेत्र में कदम रखने के लिए प्रेरित किया। भारतीय सेना में चयनित होकर उन्होंने अपने गांव, परिवार, और प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। अब वीणा भारतीय सेना के अंबाला स्थित सैन्य अस्पताल में लेफ्टिनेंट के पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं, जहां वह सैनिकों और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रही हैं।

गांव और परिवार का गर्व

वीणा साहू जब तीन महीने की ड्यूटी के बाद छुट्टियों में अपने गांव पहुंचीं, तो पूरा गांव उनके स्वागत में उमड़ पड़ा। जैसे ही वह अपने घर पहुंचीं, गांववालों ने फूल-मालाओं और मिठाई के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इस खुशी के मौके पर उनके पिता चेतन साहू की आंखें गर्व से नम हो गईं। उन्होंने कहा, “यह आंसू खुशी के हैं। मेरी बेटी ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव और प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है।” मां ने भी अपनी बेटी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और कहा कि वीणा उनकी मेहनत का फल है।

मुख्यमंत्री ने की सराहना

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुद वीणा से फोन पर बात कर उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि वह प्रदेश की नारी शक्ति का सच्चा उदाहरण हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी इस सफलता को लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत बताया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

प्रेरणा का स्रोत

वीणा साहू की कहानी संघर्ष, समर्पण, और सपनों की कहानी है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हों, मेहनत और लगन से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि आज न केवल उनके परिवार और गांव के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक प्रेरणा बन गई है।

वीणा साहू की कहानी हर उस लड़की के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहती है। उनकी सफलता यह संदेश देती है कि मेहनत, लगन, और सकारात्मक सोच के साथ आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उनकी कहानी यह भी दिखाती है कि गांव और छोटे शहरों के बच्चे भी बड़े सपने देख सकते हैं और उन्हें सच कर सकते हैं।

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