मुख्यमंत्री ने राज्योत्सव में ‘छत्तीसगढ़ विचार माला‘ का किया विमोचन जनसंपर्क विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ विचार माला के तहत 09 पुस्तकें प्रकाशित
रायपुर, 01 नवम्बर 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवम्बर को राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम ‘छत्तीसगढ़ विचार माला‘ का विमोचन किया।
जनसंपर्क विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ विचार माला ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘ के अंतर्गत 9 पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है। इन पुस्तकों में ‘हमारे राम‘, ‘हमारे बापू‘, ‘न्याय विरासत और विस्तार‘, ‘पहल‘, ’सम्बल’, ‘आवश्यकता: बोधघाट महत्ता इन्द्रावती‘, ‘जनगणमन की विजयगाथा मनरेगा‘ तथा ‘लोकवाणी आपकी बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ‘, ‘जय हिन्द-जय छत्तीसगढ़‘ शामिल हैं।
जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘हमारे राम‘ में भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी स्थित माता कौशिल्या मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों, राम वनगमन पर्यटन परिपथ, राजिम, सिहावा जैसे धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी गई है।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगमन, कंडेल से रायपुर पदयात्रा, बापू के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने में जुटी छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों और प्रयासों को ‘हमारे बापू‘ पुस्तक में शामिल किया गया है।
‘न्याय विरासत और विस्तार‘ पुस्तक में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा देश के महान विभूतियों के सपनों के अनुरूप समाज के गरीब, पिछड़ों, किसानों, ग्रामीणों एवं श्रमिकों को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक न्याय दिलाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं एवं कार्यक्रमों को शामिल किया गया है।
इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और इसके जरिए ग्रामीण जनजीवन में आ रहे बदलाव का भी उल्लेख है।
जनसपंर्क विभाग द्वारा प्रकाशित ‘पहल‘ पुस्तक में नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को शामिल किया गया है।
’सम्बल पुस्तिका’ छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की सारगर्भित जानकारी के साथ ही राज्य शासन की उपलब्धियों का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
40 वर्षों से लंबित बोधघाट परियोजना के कार्य को शुरू कराए जाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा की जा रही पहल और इसके जरिए बस्तर अंचल की तकदीर और तस्वीर बदलने की दास्तां को ‘आवश्यकता: बोधघाट महत्ता: इंन्द्रावती‘ पुस्तक में समाहित किया गया है।
कोरोना संकटकाल जैसे आपदाकाल में ग्रामीण अंचल के लोगों को रोजगार मुहैया कराने में प्रेरक बनी मनरेगा योजना की सफलता दास्तां को ‘जनगणमन की विजयगाथा मनरेगा‘ पुस्तक में प्रकाशित किया गया है।
इसी तरह स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के संदेशों का संकलन ‘जय हिन्द-जय छत्तीसगढ़‘ पुस्तक में किया गया है।
मुख्यमंत्री के जनता से सीधी बातचीत की कड़ियों को पुस्तक ‘लोकवाणी‘ आपकी बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ‘ शीर्षक से प्रकाशित किया गया है।