छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव: सियासी घमासान के बीच वोटिंग जारी, मुख्यमंत्री साय ने बीजेपी की प्रचंड जीत का किया दावा
रायपुर: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आत्मविश्वास भरे अंदाज में दावा किया कि इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को प्रचंड जीत मिलेगी। उन्होंने प्रदेश के मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वे अपने शहरों के विकास के लिए मतदान अवश्य करें और लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। मुख्यमंत्री ने मतदाताओं को ‘देवतुल्य’ बताते हुए आग्रह किया कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रदेश में सुशासन और विकास को गति दें।
रायपुर नगर निगम चुनाव: मेयर और पार्षद पद के लिए मुकाबला रोमांचक
रायपुर नगर निगम चुनाव को लेकर भी मतदाताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। नगर निगम के मेयर पद के लिए 16 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि 70 वार्ड पार्षद पद के लिए कुल 306 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सुबह 8 बजे से ही मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और मतदाता बड़ी संख्या में अपने मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। सुबह 10 बजे तक कुल 10.31 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो आगे बढ़ने की उम्मीद है।
बीजेपी और कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों ने किया मतदान
राजधानी रायपुर में मेयर पद के लिए बीजेपी की प्रत्याशी मीनल चौबे ने चंगोराभाटा स्थित मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दूसरी ओर, कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने भी मतदान किया और जनता से अधिक से अधिक संख्या में वोटिंग करने की अपील की। दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशी अपने-अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र पहुंचे और चुनावी प्रक्रिया में भाग लिया।
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुगमता बनाए रखने के लिए प्रशासन मुस्तैद
चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और निष्पक्ष रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मतदान के दिन कलेक्टर गौरव सिंह ने मतदान दल के कर्मचारियों को नींबू-पानी पिलाकर और गुलाब के फूल देकर मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया, जिससे चुनावी प्रक्रिया में तैनात कर्मचारियों का हौसला बढ़े और वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ कर सकें।
रायपुर में कुल 104 सेक्टर ऑफिसर और पूरे जिले में 136 सेक्टर ऑफिसर चुनावी प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो।
चुनावी मुकाबला और संभावित परिदृश्य
रायपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा जहां विकास और स्थिर शासन का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस अपनी योजनाओं और जनकल्याणकारी नीतियों को आधार बनाकर चुनाव मैदान में डटी हुई है। मतदाता भी अपने-अपने प्रत्याशियों का आकलन कर रहे हैं और यह देखने लायक होगा कि जनता इस बार किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, रायपुर नगर निगम का चुनाव आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एक लिटमस टेस्ट साबित हो सकता है। जिस पार्टी को नगर निगम में बढ़त मिलेगी, उसकी स्थिति विधानसभा चुनावों में भी मजबूत मानी जा सकती है।
मतदाताओं की भागीदारी और लोकतंत्र का उत्सव
इस चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री साय के दावे के अनुसार, बीजेपी इस बार नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में प्रचंड जीत हासिल करने का विश्वास रखती है। वहीं कांग्रेस भी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है और मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए पुरजोर प्रयास कर रही है।
मतदान के दिन सुबह से ही विभिन्न मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। प्रशासन की ओर से मतदाताओं को सुविधा देने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।