धमतरी : धमतरी जिले में समाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर 90% शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. 10 वीं 12 वीं के बोर्ड एग्जाम का मूल्यांकन सहित कई महत्वपूर्ण कार्य शिक्षकों को करने हैं. वहीं पहली मर्तबा 7 से 8 माह की गर्भवती शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गई है. साथ ही कार्य नहीं करने पर अधिकारियों द्वारा सस्पेंड करने की धमकी भी दी जा रही है. यह कहना है धमतरी जिला शिक्षक संघ इकाई का, जिसकी शिकायत को लेकर संघ के पदाधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी ज्ञापन देने पहुंचे. संघ का कहना है कि जिला पंचायत सीईओ द्वारा गर्भवती शिक्षकों सहित जिले के 90% शिक्षकों की ड्यूटी समाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में लगाई गई है.
कार्य नहीं करने पर बर्खास्त करने और वेतन रोकने की भी धमकी दी जा रही है. जबकि वर्तमान समय में ही 10 वीं 12 वीं बोर्ड के एग्जाम संग पेपर मूल्यांकन का कार्य भी जारी है. ऐसे भी नियम विरुद्ध, दबाव पूर्वक शिक्षकों की ड्यूटी कराई जा रही है. जिसकी शिकायत शिक्षा अधिकारी से की गई. वही शिकायत पर जिला पंचायत सीईओ ने अभद्रता से इंकार करते हुवे. माना की ऊटी बस गर्भवती शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगा दी गई थी जिसकी जानकारी होने पर तत्काल प्रभाव से उन्हें हटा दिया गया है. बर्खास्त करने के मामले में सीईओ का कहना है की, दौरे के दौरान कई शिक्षक,रोजगार सहायक, मितानिनों द्बारा कई ट्रेनिंग के बावजूद भी मोबाइल ऑपरेट करने नहीं आने पर बर्खास्तगी की बात कही गई थी जिसे संघ द्वारा व्यक्तिगत लिया जा रहा है.