“CG Breaking: बृजमोहन अग्रवाल ने कवासी लखमा की पूछताछ पर किया तीखा बयान, कहा – जैसा करेंगे वैसा भरेंगे”
रायपुर: पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की गई कार्रवाई और कांग्रेस के आरोपों को लेकर छत्तीसगढ़ बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बृजमोहन ने कहा, “जैसा करेंगे, वैसा भरेंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई सामान्य बयान नहीं हो सकता कि “जहां मुझे कहा गया वहां मैंने दस्तखत किए,” क्योंकि इसके साथ PA और DC रैंक के अधिकारी जुड़े हुए थे और उन्हें सभी सुविधाएं प्राप्त थीं। उनका मानना है कि सिर्फ भ्रष्टाचार करना ही अपराध नहीं होता, बल्कि भ्रष्टाचार में शामिल होना भी एक गंभीर अपराध है।
मामला यह है कि 28 दिसंबर को ईडी ने कवासी लखमा और उनके बेटे कवासी हरीश के घरों पर छापा मारा था और नकद लेन-देन के सबूत मिलने का दावा किया था। ईडी ने लखमा को संपत्ति संबंधित जानकारी देने के लिए आज तक का समय भी दिया है। इस बीच, लखमा, उनके बेटे और तत्कालीन ओएसडी जयंत देवांगन से 7 घंटे तक पूछताछ चल रही है। गौरतलब है कि लखमा छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले के महत्वपूर्ण शख्स रहे हैं, जिसके बाद इस कार्रवाई की दिशा पर काफी चर्चा हो रही है। इन घटनाक्रमों के बीच लखमा की गिरफ्तारी भी संभावना बन रही है।
राजनीतिक स्तर पर, बृजमोहन अग्रवाल ने निकायों और पंचायत चुनावों में हो रही देरी पर कांग्रेस द्वारा बीजेपी पर लगाए गए आरोपों का उत्तर दिया। कांग्रेस का कहना था कि बीजेपी चुनाव से डर रही है, लेकिन अग्रवाल ने यह स्पष्ट किया कि चुनाव जल्द होंगे और कांग्रेस को इसका परिणाम जल्द ही पता चल जाएगा। वे इस मुद्दे पर पूरी आश्वस्ति से बोले कि किसी भी तरह की देरी नहीं होगी और चुने हुए अधिकारी अपने कार्यों को फिर से स्थापित करेंगे।
इसके अतिरिक्त, बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ राज्य बीजेपी के अगले संगठन चुनाव और पार्टी की अंतरकृत व्यवस्था पर भी चर्चा की। रायपुर में बीजेपी की अहम बैठक के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के आगामी चुनाव में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पूरी तरह से निर्णय लेगा। इसके साथ ही, वे रणविजय सिंह के पार्टी छोड़ने और दिल्ली में बीजेपी सदस्यता लेने के फैसले पर भी प्रतिक्रिया दे रहे थे। अग्रवाल का कहना है कि ऐसे निर्णय पार्टी की नीति और दिशा का हिस्सा होते हैं और उन्होंने यह भी साफ किया कि बीते समय में इन नेताओं का छत्तीसगढ़ में पार्टी को योगदान रहा है।
सम्पूर्ण स्थिति से यह स्पष्ट हो रहा है कि छत्तीसगढ़ की राजनीतिक गलियारों में कोई बड़ा उथल-पुथल देखने को मिल सकता है, और भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी रहेगा।