सीबीएसई ने कक्षा 12वीं के नतीजों से संबंधित मूल्यांकन का मापदंड आज उच्चतम न्यायालय को सौंपा
नई दिल्ली :- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड-सीबीएसई ने आज उच्चतम न्यायालय को सौंपने के लिए कक्षा 12 के मूल्यांकन मानदंड के बारे में अपनी रिपोर्ट जारी की।
12वीं कक्षा का परिणाम बोर्ड परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ तीन प्रदर्शन-टेस्ट/मिड-टर्म/प्री-बोर्ड वाले विषयों के यूनिट के आधार पर 10वीं के घटक 30 प्रतिशत पर आधारित होगा। कक्षा 11 का घटक 30 प्रतिशत अंतिम परीक्षा और 12वीं के घटक 40 प्रतिशत पर आधारित होगा।
महामारी के बीच सीबीएसई और सीआईएससीई की कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द करने के निर्देश की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए जस्टिस ए.एम. खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी की पीठ को अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने बताया कि सीबीएसई के जो छात्र मूल्यांकन फॉर्मूले से संतुष्ट नहीं हैं, उन्हें महामारी की स्थिति अनुकूल होने पर कक्षा 12वीं की परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा।
उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बोर्ड को दो सप्ताह के भीतर रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया था। सीबीएसई ने मूल्यांकन मानदंडों को अंतिम रूप देने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया था।