करहल में दलित युवती की निर्मम हत्या: चुनावी तनाव के बीच सनसनीखेज मामला
मैनपुरी : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र में एक दलित युवती की हत्या का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह घटना उस समय हुई जब विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया चल रही थी। युवती का शव सब बरनाहल मार्ग पर बोरे में बंद पाया गया। इस हृदयविदारक घटना ने न केवल परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी भी शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, युवती कल रात से लापता थी, और आज सुबह उसका शव संदिग्ध अवस्था में बरामद हुआ। मृतका के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि यह हत्या सियासी दबाव के चलते हुई है। उनका कहना है कि आरोपी युवक प्रशांत यादव और उसके साथी ने उनकी बेटी पर सपा को वोट देने का दबाव बनाया था। युवती ने जब इसका विरोध किया और भाजपा को वोट देने की बात कही, तो उसकी हत्या कर दी गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
घटना के बाद भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसे “सपा के गुंडा राज” का नतीजा बताया और कहा कि उपचुनाव में हार की आशंका से सपा के समर्थकों ने यह जघन्य कृत्य किया है। उन्होंने सपा पर महिलाओं और दलितों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी सिर्फ एक परिवार तक सीमित है और अपराधियों को बढ़ावा देती है। उन्होंने भाजपा की सरकार को कानून-व्यवस्था में पारदर्शिता लाने वाली बताते हुए दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया।
इस घटना ने महिलाओं और दलितों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतका के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, जबकि इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बड़ी बहस छेड़ दी है।
पुलिस जांच तेजी से चल रही है, और प्रशासन ने दोषियों को कानून के दायरे में लाने का भरोसा दिया है। हालांकि, यह घटना उत्तर प्रदेश में महिलाओं और दलितों की सुरक्षा और राजनीतिक संघर्ष के प्रति जागरूकता का एक कड़वा उदाहरण है।
इस जघन्य कृत्य ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया है। अब सभी की निगाहें पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।