“नेत्रहीन खिलाड़ियों का राष्ट्रीय मंच पर परचम, कलेक्टर ने की सराहना”
महासमुंद: समाज कल्याण विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त फॉर्च्यून फाउंडेशन समाजसेवी संस्था द्वारा संचालित फॉर्च्यून नेत्रहीन उच्च माध्यमिक विद्यालय के खिलाड़ियों ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और मेहनत के बल पर जिले को गौरवान्वित किया है। हाल ही में संपन्न 23वीं नेशनल ब्लाइंड स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के उपरांत इन ब्रॉन्ज मेडल विजेता खिलाड़ियों ने आज जिला कलेक्ट्रेट में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह से भेंट की।
कलेक्टर लंगेह ने खिलाड़ियों को इस बड़ी उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खिलाड़ियों के कठिन परिश्रम और समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें आगे भी इसी ऊर्जा और उत्साह के साथ शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग की उप संचालक, संगीता सिंह, और फॉर्च्यून फाउंडेशन के डायरेक्टर निरंजन साहू भी उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन
फॉर्च्यून नेत्रहीन उच्च माध्यमिक विद्यालय के चार खिलाड़ियों ने गुजरात के नडीयाद में स्थित एथलेटिक्स स्पोर्ट्स ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इन खिलाड़ियों ने टी-11 कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करते हुए कुल 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते, जो इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में उनके अथक प्रयास और संघर्ष का परिचायक है।
- लकी यादव ने 1500 मीटर और 400 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो ब्रॉन्ज मेडल जीते।
- श्रीति प्रधान ने 400 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टीम को तीसरी बड़ी सफलता दिलाई।
- प्रीति यादव ने लॉन्ग जंप में अपनी बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
- भूपेंद्र पटेल ने 400 मीटर और 1500 मीटर दौड़ में भाग लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम
इन उपलब्धियों का श्रेय खिलाड़ियों के साथ-साथ संस्था के कुशल नेतृत्व को जाता है। संस्था के डायरेक्टर, निरंजन साहू, ने टीम की ट्रेनिंग और मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह उपलब्धि जिले के लिए केवल गर्व का विषय नहीं है, बल्कि नेत्रहीन खिलाड़ियों के लिए भी एक प्रेरणा बनकर उभरी है, जो अपनी सीमाओं से परे जाकर अपने सपनों को साकार कर रहे हैं।
कलेक्टर द्वारा सराहना और प्रोत्साहन
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने फॉर्च्यून फाउंडेशन और खिलाड़ियों के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये खिलाड़ी न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने इनकी उपलब्धियों को एक मील का पत्थर बताया और आश्वासन दिया कि प्रशासन की ओर से खिलाड़ियों को हर संभव समर्थन मिलेगा।
नेत्रहीन खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि कठिन मेहनत और दृढ़ निश्चय से कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। उनकी यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है और यह संदेश देती है कि शारीरिक चुनौतियां भी सपनों को साकार करने में बाधा नहीं बन सकतीं।