रायपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी की बढ़त, भगवती चरण शुक्ल वार्ड से एजाज ढेबर पिछड़े, जश्न में डूबा भाजपा कार्यालय

रायपुर : रायपुर नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने निर्णायक बढ़त बना ली है। भगवती चरण शुक्ल वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी एजाज ढेबर को झटका लगा है, जहां बीजेपी प्रत्याशी ने बढ़त बना ली है। पूरे नगर निगम क्षेत्र में वोटों की गिनती जारी है, लेकिन शुरुआती रुझानों और अब तक की स्थिति के अनुसार बीजेपी ने बड़ी बढ़त हासिल कर ली है।

मीनल चौबे की बढ़त ने किया कांग्रेस को बैकफुट पर धकेला

रायपुर की महापौर सीट के लिए भी बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। बीजेपी प्रत्याशी मीनल चौबे अब तक करीब 1 लाख 50 हजार वोट हासिल कर चुकी हैं, जबकि कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे उनसे 86 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल रही हैं। बीजेपी की इस बड़ी बढ़त ने कांग्रेस खेमे में खलबली मचा दी है।

वार्ड स्तर पर बीजेपी की बढ़त और निर्दलीय प्रत्याशियों का प्रदर्शन

वार्ड स्तर पर भी बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। अब तक 4 वार्डों में बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जबकि एक वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुए हैं।

  • पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी आकाश तिवारी ने 1200 वोटों से जीत दर्ज की है।
    • दिलचस्प बात यह है कि आकाश तिवारी पहले कांग्रेस के MIC (मेम्बर इन काउंसिल) सदस्य थे, लेकिन पार्टी से टिकट न मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
  • अन्य कई वार्डों में भी बीजेपी के प्रत्याशी मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं।

भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल, कार्यकर्ताओं में उत्साह

बीजेपी की बढ़त को देखते हुए रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है। कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते जश्न मना रहे हैं। विधायक राजेश मूणत कार्यकर्ताओं के साथ झूमते नजर आए। पूरे कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है और मिठाइयां बांटी जा रही हैं।

बीजेपी की जीत के प्रमुख कारण

  1. विष्णु देव साय के नेतृत्व पर जनता का भरोसा – प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय की रणनीति और संगठन क्षमता ने कार्यकर्ताओं को एकजुट किया।
  2. सुशासन और ठोस निर्णयों से जनता में विश्वास – बीजेपी सरकार के विकास कार्यों और प्रशासनिक फैसलों ने जनता में भरोसा बढ़ाया।
  3. मुख्यमंत्री के बेहतर तालमेल की रणनीति सफल – मुख्यमंत्री ने सरकार और संगठन के बीच तालमेल बैठाकर कुशल प्रबंधन किया।
  4. स्थानीय निकायों में योग्य प्रत्याशियों का चयन – बीजेपी ने स्थानीय निकाय चुनावों में जमीनी स्तर के मजबूत प्रत्याशियों को मैदान में उतारा।
  5. कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी बनी बड़ी कमजोरी – कांग्रेस की गुटबाजी और आंतरिक कलह ने उनके चुनावी प्रदर्शन को कमजोर किया।

कांग्रेस खेमे में सन्नाटा, पार्टी कार्यालय में सन्नाटा पसरा

बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के चलते कांग्रेस खेमे में निराशा का माहौल है। पार्टी कार्यालय में कोई हलचल नहीं है और वहां सन्नाटा पसरा हुआ है।

अब देखना यह होगा कि अंतिम नतीजों में क्या कोई बड़ा बदलाव आता है या बीजेपी अपनी बढ़त को निर्णायक जीत में तब्दील कर पाती है। लेकिन अब तक के रुझानों से यह साफ है कि रायपुर नगर निगम में कमल खिलने की पूरी संभावना है।