“रायपुर में बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक जारी, मेयर और पार्षद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा पर सस्पेंस”
रायपुर: नगरीय निकाय चुनावों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर जमकर सियासी घमासान हो रहा है। कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि बीजेपी इन आरोपों को नकारते हुए कांग्रेस की टिप्पणियों को केवल नौटंकी और भ्रम फैलाने का प्रयास करार दे रही है। बीजेपी के वरिष्ठ विधायक धरम लाल कौशिक ने स्पष्ट किया कि यह कोई बीजेपी का निर्णय नहीं है और चुनाव सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइनों के तहत हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ओबीसी वर्ग को पर्याप्त टिकट दिए जाएंगे और कांग्रेस के आरोपों का कोई आधार नहीं है।
इस बीच, बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी के तहत प्रदेश मुख्यालय में मैराथन बैठक की शुरुआत की है, जिसमें पार्टी के उच्च नेता, जैसे राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी उपस्थित हैं। इस बैठक में चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा हो रही है, और समितियों के सदस्य के साथ वन-टू-वन चर्चा की जा रही है।
चुनाव से पहले इस प्रकार की तीखी बयानबाजी और राजनीतिक परिदृश्य में यह निश्चित रूप से एक दिलचस्प मोड़ लेने वाला मुद्दा बन चुका है। बीजेपी द्वारा शुरू की गई बैठकों और समितियों की चर्चा से यह प्रतीत हो रहा है कि पार्टी चुनावों के लिए रणनीतिक रूप से पूरी तरह से तैयार है, जबकि कांग्रेस इसे ओबीसी आरक्षण और अन्य मुद्दों के माध्यम से बीजेपी को घेरने का अवसर मान रही है।