“गोरखपुर की दिल दहला देने वाली घटना: बिंदू की रहस्यमयी हरकतों और दोहरे हत्या के पीछे छिपे राज़”

गोरखपुर:   गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां बिंदू नामक महिला ने अपनी मासूम बेटी और भतीजी की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जो इस पूरे मामले को और भी गंभीर और रहस्यमयी बनाते हैं। बिंदू के पति, रवि चौहान से बातचीत में कई सनसनीखेज बातें सामने आयी , जिससे पता चलता है कि बिंदू का व्यवहार पिछले कुछ वर्षों से अजीब और भयावह होता जा रहा था।

रवि ने बताया कि वर्ष 2018 में उनकी शादी हुई थी, और एक साल बाद उनकी बेटी नैना का जन्म हुआ। हालांकि, इसके बाद से बिंदू का व्यवहार असामान्य हो गया। एक बार, जब बिंदू घर से बाहर गई और तीन घंटे बाद वापस आई, तो उसका चेहरा गंभीर और आंखें लाल थीं। वह घर के मंदिर के पास बैठी थी और उसने रवि से कहा, “मेरा पैर छूकर आशीर्वाद लो।” डर और घबराहट में रवि ने उसका पैर छू लिया। यह घटना केवल एक बार की नहीं थी, बिंदू बार-बार ऐसा करती थी और कहती थी कि उसके ऊपर “देवी सवार” हैं। परिवार में जो भी बिंदू के आदेश का पालन नहीं करता, वह तब तक शोर मचाती रहती जब तक उसकी जिद पूरी नहीं हो जाती। धीरे-धीरे पूरा परिवार उसकी बातों पर निर्भर हो गया था, जैसे वह उन्हें अपनी कठपुतली की तरह नचा रही हो।

रवि ने बताया कि 2020 में कोरोना महामारी के दौरान बिंदू अपने मायके चली गई और दो साल तक वहीं रही। जब तलाक की नौबत आ गई, तो 2022 में वह वापस अपने ससुराल आई, लेकिन इस बार उसकी स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी। बिंदू शारीरिक रूप से बीमार थी, लेकिन उसकी बीमारी का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल रहा था। रवि और उसका परिवार उसे ठीक कराने के लिए तांत्रिकों और सोखाओं के पास भी ले गए, लेकिन उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। बिंदू की हरकतें अजीब होती जा रही थीं, और वह कभी-कभी असामान्य रूप से व्यवहार करती थी।

हालांकि, सब कुछ तब और ज्यादा संदिग्ध हो गया जब जुलाई 2023 में रवि हैदराबाद गया और बिंदू अचानक से अलग रहने की जिद करने लगी। उसने पार्वतीनगर में एक अलग घर में बेटी नैना के साथ रहने की मांग की, और रवि की समझाइश के बावजूद बिंदू ने नाराज होकर अलग रहने पर जोर दिया। रवि ने मजबूरी में उसे अलग रहने की अनुमति दी, लेकिन मात्र बीस दिन के भीतर यह भयानक घटना घट गई, जिसने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया।

रवि ने कहा कि बिंदू हमेशा बेटी नैना से बहुत प्यार करती थी, और वह इस बात को समझ नहीं पा रहा है कि बिंदू ने आखिर अपनी ही बेटी की जान क्यों ली। यह सवाल उसे लगातार परेशान कर रहा है। घटना से वह पूरी तरह टूट चुका है, क्योंकि उसने इस त्रासदी में अपनी बेटी और पत्नी दोनों को खो दिया है। बिंदू को सिर में गंभीर चोट लगी है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है, डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।

रवि अब पुलिस से मांग कर रहा है कि इस मामले की गहराई से जांच हो और असली सच्चाई सामने लाई जाए। यह दुखद घटना कई सवाल खड़े करती है—क्या बिंदू मानसिक रूप से अस्थिर हो गई थी, या इस घटना के पीछे कोई और गहरा राज़ है? यह मामला सिर्फ एक हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक भयावह पारिवारिक संकट और मानसिक उथल-पुथल की कहानी भी छिपी हो सकती है।