“पुलिस की बड़ी सफलता: किडनैपिंग कर रहे दो संदिग्ध गिरफ्तार,मात्र 2 घंटे में बच्चा सुरक्षित बरामद”

दंतेवाड़ा: जगदलपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दंतेवाड़ा से किडनैप हुए बच्चे को मात्र 2 घंटे के भीतर सुरक्षित ढंग से बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस ऑपरेशन में 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस की इस सफलता पर स्थानीय लोगों ने उनकी प्रशंसा की और सहयोग की सराहना की है। इस घटना ने इलाके में सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ा दी है और पुलिस की मुस्तैदी की मिसाल पेश की है।

घटना की शुरुआत तब हुई जब दंतेवाड़ा जिले के बचेली के रेलवे कॉलोनी में 18 दिन के शिशु का अपहरण हो गया। शिशु की मां उसे घर में लेटाकर पानी लेने गई थी, लेकिन जब वह लौटी तो बच्चा गायब था। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और तत्काल बच्चे की तलाश शुरू की। जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि आरोपी महिला, आकांक्षा, जो पहले से ही परिवार से परिचित थी और शिशु की देखभाल भी करती थी, इस अपहरण में शामिल हो सकती है। पुलिस को शक है कि महिला ने बच्चे के प्रति अपने लगाव के कारण इस घटना को अंजाम दिया। इसके अलावा, एक युवक भी इस घटना में शामिल पाया गया, जिसने महिला को बच्चे के साथ भागने में मदद की थी।

दंतेवाड़ा के एसपी गौरव रॉय ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी गई थी और आसपास के जिलों से भी संपर्क स्थापित किया गया था। कोड़ेनार थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने संदिग्ध महिला और युवक को हिरासत में लिया और उनके पास से बच्चे को सकुशल बरामद किया। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच तेज कर दी है और आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि पूरे मामले की तह तक पहुंचा जा सके।

इस घटना ने हाल ही में हुई एक अन्य किडनैपिंग की याद ताजा कर दी, जब दंतेवाड़ा के पोंदुम गांव में 6 महीने के बच्चे का अपहरण हुआ था, जिसमें अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस घटना से स्थानीय आदिवासी समाज में आक्रोश फैल गया था और लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर दंतेवाड़ा बंद का आह्वान किया था। इस ताजा घटना के बाद पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई से लोगों में उम्मीद जगी है कि दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।