छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका: जिला अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी और 40 नेताओं ने दिया इस्तीफा

राजनाँदगाँव:  छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। बेमेतरा जिला कांग्रेस अध्यक्ष के बाद अब मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ करीब 30 से 40 कांग्रेस पदाधिकारियों, पार्षदों और एल्डरमैन ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। यह इस्तीफा कांग्रेस संगठन में जारी अंदरूनी कलह और गुटबाजी को उजागर करता है, जिससे पार्टी की स्थिति और कमजोर होती दिख रही है।

अनिल मानिकपुरी का पार्टी पर गंभीर आरोप

36 वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे अनिल मानिकपुरी ने अपने इस्तीफे में पार्टी नेतृत्व पर उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 2019 और 2024 में उनके साथ अन्याय किया गया, जबकि उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मानिकपुरी का आरोप है कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी हावी हो चुकी है और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के कई नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर पार्टी को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। पार्टी के अंदर आंतरिक राजनीति इतनी बढ़ गई है कि समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई कद्र नहीं की जा रही। उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान संगठन को मजबूत करने पर ध्यान न देने की भी आलोचना की, जिसके कारण 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

मानिकपुरी ने यह भी कहा, “तेरे-मेरे के चक्कर में मेरी टिकट काट दी गई।” यह बयान साफ दर्शाता है कि टिकट बंटवारे में भेदभाव और गुटबाजी के कारण उन्होंने पार्टी से नाराजगी जताई।

बेमेतरा जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल का भी इस्तीफा

अनिल मानिकपुरी के इस्तीफे से पहले बेमेतरा जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल भी पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने पार्टी की कार्यशैली और निर्णय प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए थे। बंशी पटेल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि उन्होंने 52 वर्षों तक कांग्रेस की सेवा की और विभिन्न पदों पर कार्य किया, लेकिन हाल के दिनों में पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह और मनमानी से वे बेहद आहत हुए हैं।

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और अन्य वरिष्ठ नेताओं को बेमेतरा जिले की स्थिति से अवगत कराया था, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे नाराज होकर उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति कमजोर

लगातार हो रहे इस्तीफों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती जा रही है। पहले बेमेतरा जिला अध्यक्ष का इस्तीफा और अब मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी समेत 40 से ज्यादा कांग्रेस पदाधिकारियों का पार्टी छोड़ना यह संकेत देता है कि संगठन में गहरे मतभेद और असंतोष फैला हुआ है।

इन इस्तीफों के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। अब देखना होगा कि पार्टी नेतृत्व इस संकट से कैसे निपटता है और क्या कांग्रेस प्रदेश में अपने संगठन को बचा पाने में सफल होती है या नहीं।