पंजाब कांग्रेस को नई दिशा देने निकले भूपेश बघेल, अमृतसर दौरे में संगठन मजबूती पर रहेगा फोकस
रायपुर : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल अपने नए दायित्व के तहत पहली बार पंजाब दौरे पर रवाना हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल दिल्ली से अमृतसर के लिए रवाना हुए, जहां वे पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे और राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए रणनीति पर चर्चा करेंगे। इस महत्वपूर्ण दौरे को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने पंजाब की महान विरासत, संस्कृति और संघर्षशील इतिहास को सलाम किया।
भूपेश बघेल ने अपनी पोस्ट में लिखा कि पंजाब केवल एक राज्य भर नहीं, बल्कि विविधता और ऊर्जा से भरी एक भूमि है, जहां खेतों की महक, त्याग की परंपरा, समर्पण की भावना, क्रांति की ज्वाला, संस्कृति की बहती धारा, ढोल की मधुर ध्वनि और धर्म की अद्भुत छटा मौजूद है। उन्होंने कहा कि पंजाब हमेशा से अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाला प्रदेश रहा है और इस धरती से उन्हें गहरी प्रेरणा मिलती है। अपने दौरे के दौरान वे सबसे पहले अमृतसर पहुंचकर स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकेंगे और अरदास करेंगे। इसके अलावा, वे जलियांवाला बाग जाकर वहां हुए बलिदान को नमन करेंगे और स्वतंत्रता संग्राम की गूंज को महसूस करेंगे। इसके बाद वे दुर्गियाना मंदिर और राम तीरथ मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करेंगे तथा स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करेंगे।
भूपेश बघेल के इस दौरे को कांग्रेस संगठन के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि वे बतौर प्रभारी पंजाब में पार्टी की मौजूदा स्थिति को समझने और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से जुड़ने का प्रयास करेंगे। उनकी इस यात्रा से पंजाब कांग्रेस में नए उत्साह का संचार होने की उम्मीद है। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बघेल के इस दौरे का मकसद आगामी राजनीतिक समीकरणों को मजबूती देना और कांग्रेस संगठन में एक नई ऊर्जा भरना है।
