भोपाल को मिली डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर की सौगात: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया उद्घाटन
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहर के विकास को एक नया आयाम देते हुए राज्य के सबसे बड़े फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। यह फ्लाईओवर डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम से जाना जाएगा, जिससे इस प्रोजेक्ट को सामाजिक और ऐतिहासिक पहचान मिली है। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने इस संरचना का जायजा खुली जीप में लिया और राजधानी भोपाल को अद्वितीय बताते हुए कहा कि यह फ्लाईओवर यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का काम करेगा।
फ्लाईओवर का विवरण और महत्व
यह विशाल फ्लाईओवर शहर के दो प्रमुख स्थानों गायत्री मंदिर और गणेश मंदिर को जोड़ता है। इसका निर्माण 154 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इसे 2900 मीटर लंबाई और 15 मीटर चौड़ाई में डिजाइन किया गया है। यह पुल वीर सावरकर ब्रिज और सुभाष चंद्र ब्रिज को भी एक साथ जोड़ता है। इस फ्लाईओवर के बनने से शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था सरल और सुचारू होगी।
प्रमुख क्षेत्रों से संपर्क में सुधार
डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह मैदा मिल मार्ग को विद्या नगर, शक्ति नगर, कस्तूरबा नगर, साकेत नगर, दानिश नगर, आशिमा मॉल और एम्स जैसे प्रमुख रिहायशी और व्यावसायिक क्षेत्रों से जोड़ता है। इसके अलावा, यह औबेदुल्लागंज, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा और जबलपुर की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए आवागमन को भी सरल बनाएगा।
यात्रियों के समय और ऊर्जा की बचत
पहले जिन मार्गों पर यात्रियों को 30 मिनट लगते थे, अब उसी मार्ग को इस फ्लाईओवर के माध्यम से पांच मिनट में पार किया जा सकेगा। फ्लाईओवर के संचालन से शहर का लगभग 60 प्रतिशत यातायात सीधे प्रभावित होगा, जिससे सड़क पर लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी।
भोपाल के लिए एक नई पहचान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस फ्लाईओवर के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि भोपाल देश के अन्य राज्यों की राजधानियों के बीच अपनी अलग पहचान रखता है। यहां के लोग एक-दूसरे के प्रति सहयोग और सौहार्द की भावना रखते हैं। उन्होंने फ्लाईओवर का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखने की घोषणा करते हुए कहा कि यह उन्हें भारतीय समाज के पुनर्निर्माण में उनके अभूतपूर्व योगदान के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है।
शहर की यातायात व्यवस्था में होगा सुधार
यह फ्लाईओवर न केवल शहर के भीतर यात्रा को तेज और सुगम बनाएगा बल्कि बाहरी क्षेत्रों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए भी लाभकारी साबित होगा। डीबी मॉल चौराहा, बोर्ड ऑफिस चौराहा, प्रगति चौराहा, और मानसरोवर कॉम्प्लेक्स जैसे प्रमुख स्थलों को जोड़ते हुए यह फ्लाईओवर उन सभी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को सुधार देगा, जो भोपाल के सामाजिक और आर्थिक ढांचे में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
मुख्यमंत्री के विजन का हिस्सा
मुख्यमंत्री ने इस फ्लाईओवर को राजधानी के समग्र विकास के लिए अपने बड़े विजन का हिस्सा बताया। यह न केवल भोपाल की आधुनिक यातायात आवश्यकताओं को पूरा करेगा बल्कि भविष्य के शहरी विस्तार के लिए भी एक मजबूत बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा।
इस फ्लाईओवर के निर्माण के साथ, भोपाल ने एक और कदम अपने शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की ओर बढ़ा दिया है। अब यह फ्लाईओवर न केवल यात्रियों के लिए राहत का प्रतीक बनेगा, बल्कि मध्य प्रदेश के विकास और नवाचार की दिशा में एक नई मिसाल भी पेश करेगा।