“भोपाल ड्रग फैक्ट्री कांड: कांग्रेस-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप, डिप्टी CM देवड़ा पर निशाना, राजनीति में बढ़ती हलचल”
इंदौर: हाल ही में भोपाल में गुजरात एटीएस और एनसीबी दिल्ली की संयुक्त कार्रवाई में 1814 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस मामले ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की विश्वसनीयता को भी चुनौती दी है। कांग्रेस ने इस प्रकरण को लेकर राज्य के डिप्टी मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
कांग्रेस का दावा है कि इस अवैध ड्रग फैक्ट्री का मुख्य संचालक हरीश आंजना भाजपा के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का करीबी है। कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने इस मामले को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि “ड्रग्स और भ्रष्टाचार मुक्त भारत” की बात करने वाली भाजपा को अब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और देवड़ा से तत्काल इस्तीफा लेकर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए।
राकेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के कई नेता माफियाओं के साथ सांठगांठ रखते हैं और उन्हें संरक्षण देते हैं, जिससे राज्य में ड्रग माफिया आसानी से अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले को मध्य प्रदेश की राजनीति के इतिहास का सबसे बड़ा ड्रग्स कांड करार दिया है और दावा किया कि उप मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए जगदीश देवड़ा की मौजूदगी जांच को प्रभावित कर सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले की गहन जांच की मांग की है और इसके लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन की भी अपील की है।
कांग्रेस के इन आरोपों के बाद भाजपा ने भी तुरंत पलटवार किया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि वे पहले अपने अंदर झांक कर देखें। उन्होंने कांग्रेस नेता जीतू पटवारी का उदाहरण देते हुए कहा कि पटवारी ने एक रेप पीड़िता की पहचान उजागर की थी, लेकिन कांग्रेस ने उनसे इस्तीफा मांगने की जहमत नहीं उठाई। सलूजा ने कहा कि भाजपा के नेताओं पर फोटो के आधार पर आरोप लगाना अनुचित है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति किसी भी नेता के साथ फोटो खिंचवा सकता है और उसे अपने लाभ के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
भाजपा ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स कार्रवाई है, जिसे गुजरात एटीएस और मध्य प्रदेश पुलिस ने मिलकर अंजाम दिया। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी बधाई दी गई। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाना है।
यह मामला अब मध्य प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा विवाद बन गया है। जहां कांग्रेस इस मुद्दे को सरकार के खिलाफ एक बड़े हथियार के रूप में देख रही है, वहीं भाजपा इसे अपने नेताओं के खिलाफ एक झूठी साजिश बता रही है। इस विवाद से यह साफ है कि आने वाले दिनों में राजनीतिक उठापटक और तेज होगी, और इस ड्रग्स कांड का असर राज्य की राजनीति पर लंबे समय तक दिख सकता है।