संभल में गणतंत्र दिवस से पूर्व जामा मस्जिद के पास नमाजियों ने तिरंगे के साथ एकता और देशभक्ति का प्रदर्शित किया
उत्तर प्रदेश : संभल में गणतंत्र दिवस से पूर्व जामा मस्जिद के बाहर एक प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला, जब जुमे की नमाज के बाद वहां पर मौजूद नमाजियों ने देशप्रेम और एकता का संदेश दिया। मस्जिद के समीप शुक्रवार को बड़ी संख्या में नमाज अदा करने वाले लोग अपने हाथों में तिरंगा फहरा रहे थे और जोर-शोर से ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। इस दृश्य ने जहां एक तरफ देशभक्ति का जज्बा दर्शाया, वहीं दूसरी ओर इसने साम्प्रदायिक एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की।
यह घटना खासतौर पर महत्त्वपूर्ण थी क्योंकि 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान आसपास के इलाके में हिंसा हो गई थी, जिसके कारण यहां का माहौल तनावपूर्ण हो गया था। हालांकि, गणतंत्र दिवस से पहले नमाजियों की इस देशभक्ति के प्रतीक स्वरूप हरकत ने यह साफ कर दिया कि हिंसा और विवादों के बावजूद लोग देश के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण को कभी भी कमतर नहीं होने देंगे।
आगे जामा मस्जिद के बाहर एकजुटता का जो दृश्य था, वह दर्शाता है कि किस तरह से विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग राष्ट्रीय एकता के लिए मिलकर प्रयास कर सकते हैं। यहां मौजूद लोगों के हाथों में तिरंगे का लहराना और जोश में नारेबाजी करना यह सिखाता है कि असली देशभक्ति लोगों के दिलों में बसती है और उसे बयानों या प्रचार से परे एक साथ रहने की ताकत से प्रकट किया जाता है।
संभल की जामा मस्जिद पर यह दृश्य उन दो महीनों के बाद सामने आया, जब यहां हुई हिंसक घटना के बाद इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्थाएं और तनावपूर्ण वातावरण था। इस बार, गणतंत्र दिवस के समक्ष जिस प्रकार का सद्भाव और एकता का माहौल नजर आया, वह राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संदेश देता है कि मुश्किल हालात में भी लोग एकजुट होकर राष्ट्रीय सम्मान और शांति को बनाए रख सकते हैं।