बस्तर ओलंपिक 2024: मुख्यमंत्री ने किया बस्तर ओलंपिक का लोगो और मस्कट अनावरण, क्षेत्रीय संस्कृति का जीवंत प्रतीक
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर ओलंपिक 2024 के प्रतीक चिन्ह (लोगो) और शुभंकर (मस्कट) का भव्य अनावरण किया। बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक जीवनशैली को सजीव रूप में प्रस्तुत करने वाला यह लोगो बस्तर ओलंपिक की विशिष्ट पहचान बन गया है। इस लोगो में बस्तर की समृद्ध लोककला और परंपराओं की झलक देखने को मिलती है, जो इस आयोजन को क्षेत्र की विरासत और सभ्यता से जोड़ता है।
इस आयोजन के मस्कट के रूप में पहाड़ी मैना और वन भैंसे को चुना गया है, जो न केवल बस्तर की जैवविविधता का प्रतीक हैं बल्कि वन्य जीवन के संरक्षण का संदेश भी देते हैं। पहाड़ी मैना और वन भैंसा इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, संरक्षण और प्रेम का प्रतीक माने जाते हैं। मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलंपिक के माध्यम से वन्यजीवों की महत्ता और उनकी रक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य की सराहना की।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि बस्तर ओलंपिक न केवल खेल के माध्यम से क्षेत्र के युवाओं में उत्साह और जोश भरने का माध्यम है, बल्कि यह परंपरा, संस्कृति और प्रकृति के प्रति हमारे उत्तरदायित्व को समझाने का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से आदिवासी संस्कृति को संजोने और युवाओं को अपने सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करने में मदद मिलेगी।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, विजय शर्मा और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने भी इस पहल की सराहना की और बस्तर ओलंपिक के माध्यम से स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने और युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़े रखने के उद्देश्य को मजबूत करने की बात कही।
बस्तर ओलंपिक 2024 का यह आयोजन बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बनते हुए, स्थानीय समाज में गर्व और अपनी परंपराओं के प्रति सम्मान का भाव जाग्रत करेगा। यह आयोजन न केवल खेल और संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि वन्यजीवों और प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण की ओर एक सकारात्मक कदम भी है।