अयोध्या गैंगरेप मामला: अखिलेश यादव से पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार

उत्तर प्रदेश : अयोध्या के राम मंदिर में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाली एक दलित युवती ने 8 लोगों पर बंधक बना कर गैंगरेप करने का गंभीर आरोप लगाया है। युवती ने आरोप लगाया है कि इन आरोपियों का भाजपा से संबंध है, जिसके कारण उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी लगातार एफआईआर वापस लेने का दबाव बना रहे हैं और उसे धमका रहे हैं।

युवती ने अपनी आपबीती सुनाने के लिए आज लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने अखिलेश यादव को बताया कि आरोपियों पर भाजपा से जुड़ी होने के कारण सही कार्रवाई नहीं हो रही है और एफआईआर वापस लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है। अखिलेश यादव ने पीड़िता को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और मामले की गंभीरता को समझते हुए उचित कार्रवाई का वादा किया है।

पीड़िता, जो बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है, ने आरोप लगाया कि 16 से 25 अगस्त के बीच के समय में उसे 8 लोगों द्वारा बंधक बना कर सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया। 2 सितंबर को कैंट पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी पीड़िता से मुलाकात की और उसे हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया था।

इस बीच, पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन और एमएलसी लीलावती कुशवाहा ने भी पीड़िता का समर्थन किया और उसकी समस्याओं को सुलझाने के लिए सपा कार्यालय में मुलाकात की। पीड़िता ने आरोप लगाया कि कई आरोपी भाजपा की राजनीति में शामिल हैं, जिनके परिवार के सदस्य भी भाजपा के समर्थक हैं। इस राजनीतिक दबाव के कारण उसे न्याय नहीं मिल रहा है और आरोपियों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और सभी पक्ष न्याय की मांग कर रहे हैं।