अयोध्या गैंगरेप मामला: सपा नेता के खिलाफ नया मोड़, नौकर का डीएनए रिपोर्ट सकारात्मक

उत्तर प्रदेश: अयोध्या में 12 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नया मोड़ सामने आया है। इस घटना में आरोपी समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोईद खान का डीएनए पीड़िता के साथ मैच नहीं हुआ है, जबकि उसके नौकर राजू खान का डीएनए रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह जानकारी लखनऊ स्थित हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की अदालत में हुई सुनवाई के दौरान सामने आई, जहां दोनों आरोपियों के डीएनए रिपोर्ट पेश किये गये।

इस मामले में, पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सपा नेता मोईद खान ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके नौकर ने घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया। इस वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पीड़िता के साथ कई बार दुष्कर्म किया गया। हालांकि, मुख्य आरोपी मोईद खान ने अदालत में खुद को निर्दोष बताया है और कहा है कि वे राजनीतिक कारणों से फंसाए जा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि एक आरोपी की उम्र 70 वर्ष है और दूसरा 25 वर्ष का है, तो युवा आरोपी से डीएनए मैच होने की संभावना अधिक होती है। अदालत ने फोरेंसिक लैब के निदेशक को एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था, जिसके परिणामस्वरूप अब राजू खान के डीएनए रिपोर्ट की पुष्टि हुई है। अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने बताया कि नौकर के डीएनए मैच होने से मामले में अपराध की पुष्टि होती है।

यह मामला 29 जुलाई 2024 को तब सामने आया जब पीड़िता की मां ने सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने आरोपी नेता की बेकरी, घर और अन्य स्थानों पर दुष्कर्म की घटना होने की बात कही थी, जिससे मामला और भी जटिल हो गया है। नाबालिग के गर्भवती होने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसने इस गंभीर अपराध को और भी गंभीर बना दिया है।

यह मामला न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना है, बल्कि यह समाज में दुष्कर्म और महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को भी उजागर करता है। न्याय व्यवस्था की ओर से उचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है ताकि न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके और पीड़िता को न्याय मिल सके।