बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर अत्याचार: दुर्गा पूजा पंडालों पर 35 बार निशाना, सुरक्षा चिंता बढ़ी
बांग्लादेश : बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को दुर्गा पूजा उत्सव मनाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जहां कट्टरपंथियों द्वारा दुर्गा पूजा पंडालों को निशाना बनाने की 35 घटनाएं सामने आई हैं। नवरात्रि के इस पवित्र समय के दौरान, पूरे देश में हिंदू श्रद्धालु अपने धार्मिक अनुष्ठान को शांति से संपन्न करने में असमर्थ हैं। पुलिस ने बताया कि पिछले एक महीने में दर्ज की गई इन घटनाओं में 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, और इनमें से कई मामलों में एफआईआर और जनरल डायरी भी दर्ज की गई है।
एक गंभीर घटना में, बांग्लादेश के जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया, जो कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2021 में भेंट किया गया था। ढाका के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस मोहम्मद मोइनुल इस्लाम ने आश्वासन दिया है कि पुलिस के पास उन लोगों का रिकॉर्ड है जो इन घटनाओं में शामिल हैं, और उन्होंने कहा कि कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, चटगांव में दुर्गा पूजा मंडप में इस्लामी क्रांति का आह्वान करते हुए गाने गाने की घटना ने समुदाय में व्यापक आक्रोश फैलाया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर हिंदुओं की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की गई। बांग्लादेश में तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी मंदिरों का दौरा किया और हिंदू समुदाय के साथ एकजुटता जताई।
इस स्थिति पर, बांग्लादेश सरकार के धार्मिक मामलों के सलाहकार ने भी सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी बांग्लादेश में मंदिरों और देवताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है, और बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वह हिंदू अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
इस प्रकार, बांग्लादेश में हालात चिंताजनक बने हुए हैं, जहां हिंदू समुदाय के अधिकारों और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।