दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनीं आतिशी, केजरीवाल की वापसी तक करेंगी नेतृत्व

दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री चुना गया है, लेकिन उनके चेहरे पर खुशी से ज्यादा मायूसी साफ झलक रही थी। आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि वह केवल अरविंद केजरीवाल की वापसी तक इस पद पर रहेंगी। उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे पर दुख जताते हुए कहा, “दिल्ली के असली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, जिन पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाकर उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।”

स्वाति मालीवाल की तीखी प्रतिक्रिया

आतिशी के मुख्यमंत्री बनने पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने आतिशी के पिता पर आरोप लगाते हुए कहा, “जिसके पिता ने आतंकी अफजल गुरु को बचाने की कोशिश की, उसे ही मुख्यमंत्री बना दिया गया।” मालीवाल के इस बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

आतिशी की अपील: कोई बधाई नहीं, कोई माला नहीं

आतिशी ने जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि उन्हें इस पद के लिए बधाई न दी जाए और न ही कोई माला पहनाई जाए। उन्होंने साफ किया कि वह केवल इस कार्यकाल के पूरा होने तक मुख्यमंत्री रहेंगी। यदि नए चुनावों के बाद पार्टी को जनादेश मिलता है, तो अरविंद केजरीवाल ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।

आतिशी की जाति और नाम विवाद

आतिशी का विवादों से पुराना नाता रहा है, खासकर उनके सरनेम को लेकर। पहले वह ‘आतिशी सिंह’ के नाम से जानी जाती थीं, फिर ‘आतिशी मार्लेना’ और अब केवल ‘आतिशी’। उनकी जाति को लेकर कई बार सवाल उठाए गए हैं, लेकिन वह हर बार इस विवाद से बेपरवाह होकर अपने काम पर ध्यान देती आई हैं।

केजरीवाल का इस्तीफा

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम 4:30 बजे LG के पास जाकर अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसके बाद आतिशी को दिल्ली की तीसरी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि, यह भी स्पष्ट है कि आतिशी केवल एक अंतरिम मुख्यमंत्री हैं और केजरीवाल की वापसी तक सरकार का नेतृत्व करेंगी।

इस राजनीतिक बदलाव के बीच दिल्ली की जनता और राजनीतिक विश्लेषकों की नजरें अब आने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हैं।