स्कूल प्रबंधन की मनमानी, बंगाली पंजाबी लैंग्वेज पढ़ने छात्रों पर दबाव….
अंबिकापुर | प्रदेश में सरकार शिक्षा पर लगातार नवाचार कर शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है आज भी कई स्कूलों में छत्तीसगढ़ी लैंग्वेज की पढ़ाई तो नहीं हो पा रही है लेकिन अंबिकापुर शहर के दशमेश पब्लिक स्कूल में आधार पाठ्यक्रम के साथ पंजाबी और बंगाली विषय में की भी पढ़ाई कराई जा रही है। जिससे छात्रों का कहना है उन पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है ।
हालांकि किसी भी लैंग्वेज की पढ़ाई करना अच्छी बात है लेकिन ऐसे छात्र जो इनकी पढ़ाई नहीं करना चाहते उन्हें भी पढ़ने का दबाव देने का आरोप लगाया जा रहा है,, दशमेश पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि 3 साल पहले आधार पाठ्यक्रम के अलावा बंगाली और पंजाबी दो लैंग्वेज क्लासेस स्टार्ट की गई है क्योंकि उनका कहना है पंजाबी संस्थान का स्कूल होने की वजह से पंजाबी बच्चे अध्यनरत है उन्हें इनका ज्ञान होना चाहिए वही बंगाली समाज के भी अधिक छात्र पढ़ाई करते हैं इस लिए दोनों लैंग्वेज की पढ़ाई कराई जाती है। हालांकि कई छात्र ऐसे भी हैं जो इन दोनों विषयों को नहीं पढ़ना चाहते हैं लेकिन उन्हें जबरन पढ़ने का दबाव दिया जाता है जिससे छात्रों पर पढ़ाई का दबाव बढ़ जाता है वही इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कराई जाएगी।