श्रीनगर : आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। इस बीच आतंकियों के साथ हुए 2 मुठभेड़ में 3 अफसर और 2 जवान शहीद हो गए हैं। अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल हैं। एक जवान लापता है। आशंका है कि वे मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुआ है। अनंतनाग में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त गोली चला दी, जब वे सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसमें कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और DSP हुमायूं भट शहीद हो गए। वहीं जवान ने राजौरी में दम तोड़ा।
मुठभेड़ में 2 आतंकी भी मारे गए। जानकारी के मुताबिक सर्चिंग के दौरान सेना के डॉग की भी मौत हो गई। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी। राजौरी में एनकाउंटर खत्म हो गया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि एनकाउंटर में शहीद हुए आर्मी डॉग का नाम केंट था। आतंकियों की तलाश के दौरान डॉग अपने हैंडलर के आगे चल रहा था, तभी उसे गोली लगी और उसकी मौत हो गई। वहीं आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट उपेंद्र द्विवेदी ने एनकाउंटर को लेकर कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर क्षेत्र में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान घाटी में शांति भंग करने के लिए सीमा पार से कट्टरपंथी बंदूकधारियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। हालांकि हम पाकिस्तान को उसके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को राजौरी के नरला गांव में 3 से 4 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद वहां तलाशी अभियान चलाया गया। छापेमारी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई थी। इस साल में अब तक राजौरी-पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि इस दौरान 10 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं। इधर, जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने अनंतनाग मुठभेड़ में जान गंवाने वाले जम्मू-कश्मीर के पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।