मल्लिकार्जुन खरगे पर अमित शाह का पलटवार: कांग्रेस ने संविधान का किया अपमान

नई दिल्ली:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कांग्रेस पार्टी पर तीखे प्रहार करते हुए संसद में संविधान पर हुई चर्चा को लेकर अपनी बात रखी। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने का कार्य किया, जो न केवल निंदनीय है बल्कि उनके संविधान विरोधी मानसिकता का परिचायक भी है। अमित शाह ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हमेशा संविधान के मूल्यों का पालन किया और डॉ. भीमराव आंबेडकर को उचित सम्मान दिया है, जबकि कांग्रेस ने उनके योगदान को हमेशा हाशिए पर रखा।

संविधान पर चर्चा और आंबेडकर विरोधी सोच पर हमला

शाह ने अपने संबोधन में कहा कि संसद में संविधान को स्वीकृत किए 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हुई चर्चा एक ऐतिहासिक अवसर था। इसमें संविधान निर्माण, इसके आदर्शों और देश की विकास यात्रा पर चर्चा होनी थी। लेकिन कांग्रेस ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर चर्चा को भटकाने की कोशिश की। उन्होंने कांग्रेस पर डॉ. आंबेडकर की अनदेखी और विरोध करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, “जब बाबा साहेब आंबेडकर ने संविधान का मसौदा तैयार किया, तब कांग्रेस ने उनके कार्यों का विरोध किया था। उनकी मृत्यु के बाद कांग्रेस ने उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की। यहां तक कि भारत रत्न देने में भी उन्हें उपेक्षित किया।”

अमित शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे नेताओं ने अपने लिए भारत रत्न पुरस्कार दिया, लेकिन डॉ. आंबेडकर को यह सम्मान 1990 में मिला, जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी। उन्होंने कांग्रेस पर आरक्षण और नारी सम्मान को अनदेखा करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन करने का रहा है।

भाजपा का योगदान और आंबेडकर के लिए सम्मान

शाह ने बताया कि भाजपा ने डॉ. आंबेडकर के योगदान को हमेशा सराहा और उनके आदर्शों को बढ़ावा देने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा बाबा साहेब के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों, जिन्हें “पंचतीर्थ” कहा जाता है, का विकास किया गया। इनमें मध्य प्रदेश के महू में उनका जन्मस्थान, लंदन में उनके अध्ययन का स्मारक, नागपुर में दीक्षाभूमि, दिल्ली में आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक और मुंबई में चैत्रभूमि का समावेश है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में संविधान दिवस को 26 नवंबर के रूप में मान्यता देकर संविधान और डॉ. आंबेडकर को सम्मान देने का एक अभूतपूर्व कार्य किया। भाजपा ने हमेशा संविधान और आरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखा।

मीडिया और विपक्ष पर निशाना

अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से आग्रह किया कि वे उनका पूरा बयान जनता तक पहुंचाएं, ताकि तथ्यों को सही परिप्रेक्ष्य में समझा जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उनके और पीएम मोदी के बयानों को गलत तरीके से संपादित कर पेश किया। शाह ने कहा कि कांग्रेस और उनके नेताओं का यह कृत्य उनके गहरे मानसिक असंतोष को दर्शाता है।

मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी पर हमला

शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को राहुल गांधी के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुखद है कि खरगे जैसे वरिष्ठ नेता भी कांग्रेस की तथ्यों को विकृत करने की नीति का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने खरगे से अपील की कि वे इस प्रयास का समर्थन न करें और संविधान की सच्ची भावना को समझें।

अमित शाह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि भारतीय जनता पार्टी संविधान और डॉ. भीमराव आंबेडकर के आदर्शों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कांग्रेस पर संविधान का अपमान करने, तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने और अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए मुद्दों को विकृत करने का गंभीर आरोप लगाया। साथ ही, भाजपा के प्रयासों को सामने रखते हुए यह संदेश दिया कि उनकी पार्टी डॉ. आंबेडकर के योगदान का सम्मान करने और उनकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह समर्पित है।