अमित शाह ने ‘हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला’ का उद्घाटन करते हुए महाकुंभ प्रबंधन पर की सराहना

अहमदाबाद:  केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के गुजरात विश्वविद्यालय में आयोजित ‘हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला’ का शुभारंभ करते हुए भारत के समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की तारीफ की। इस अवसर पर उन्होंने प्रयागराज में जारी महाकुंभ का उल्लेख करते हुए इसे एक अद्भुत आयोजन बताया, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। अमित शाह ने महाकुंभ के प्रभावी प्रबंधन की तुलना रामायण में राम सेतु बनाने में गिलहरी के योगदान से की और इसे हजारों वर्षों से चली आ रही भारत की सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक बताया।

महाकुंभ के प्रबंधन ने दुनिया को चकित किया

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक लोग नक्षत्रों के हिसाब से स्वेच्छा से आते हैं, जबकि इसके लिए कोई विशेष निमंत्रण नहीं भेजा जाता। उन्होंने साझा किया कि कई विदेशी नेता और राजदूत उनसे पूछते हैं कि इतने बड़े आयोजन का प्रबंधन कैसे संभव हो पाता है। अमित शाह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह आयोजन सरकारी योगदान से कहीं बढ़कर है; यह भारत की हजारों वर्षों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा का परिणाम है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ का यह सफर मुगल शासन, ब्रिटिश शासन, और कांग्रेस शासन काल के दौरान भी अनवरत जारी रहा।

गुजरात के विकास कार्यों का उद्घाटन और आधारशिला

अपने गुजरात दौरे के दौरान अमित शाह ने विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें सूरत का बाबूलाल रूपचंद शाह महावीर कैंसर अस्पताल, फूलचंदभाई जयकिशनदास वखारिया सेनेटोरियम और अहमदाबाद में डी-केबिन अंडरपास का उद्घाटन शामिल है। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय मंत्री ने अहमदाबाद के चैनपुर अंडरपास, रानिप क्षेत्र में परकोलेटिंग वेल और आरसीसी बॉक्स ड्रेनेज कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने थलतेज में रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बनने वाले स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का भी उद्घाटन किया।

महाकुंभ: भारत की पहचान और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक

महाकुंभ जैसे आयोजनों का महत्व बताते हुए अमित शाह ने कहा कि यह मेला केवल श्रद्धालुओं का जमावड़ा नहीं है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारतीय समाज की एकजुटता, अनुशासन, और आध्यात्मिक गहराई को दर्शाता है।

भविष्य की योजनाओं पर जोर

अपने दौरे के दौरान अमित शाह ने अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा शहर में चलाए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि इनसे नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य शहर की आधारभूत संरचना को मजबूत करना है, जो आने वाले समय में शहरी विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

केंद्रीय मंत्री का यह दौरा गुजरात में न केवल आध्यात्मिक महत्व पर जोर देता है बल्कि राज्य में जारी विकास कार्यों की प्रगति और भविष्य की योजनाओं को भी रेखांकित करता है। उनके विचार महाकुंभ और भारत के सांस्कृतिक प्रबंधन को वैश्विक स्तर पर एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करने के प्रति उनके दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हैं।