“Allu Arjun: ‘Pusha 2’ के प्रीमियर में हैदराबाद का बवाल दिल्ली तक पहुंचा, मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से मांगा स्पष्टीकरण”

अल्लू अर्जुन से जुड़े संध्या थिएटर में मची भगदड़ के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है। इस घटना के संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तेलंगाना पुलिस प्रशासन को नोटिस जारी किया है। मामले में 4 दिसंबर को हुई भगदड़ के बाद हुई लाठीचार्ज पर विस्तृत रिपोर्ट (एटीआर) मांगी गई है, जिसमें चार सप्ताह के भीतर तेलंगाना के डीजीपी और हैदराबाद पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है।

मामला तब सुर्खियों में आया जब ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान हैदराबाद के संध्या 70 मिमी थिएटर में भगदड़ मच गई थी, जिसमें एक महिला की मृत्यु हो गई और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना में अभिनेता अल्लू अर्जुन को भी मामले का हिस्सा बनने के कारण पूछताछ के लिए पुलिस ने समन किया। हालांकि, उन्होंने इस मामले में अपनी भूमिका को स्पष्ट किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी सफाई भी दी।

चार दिसंबर को हुए इस हादसे पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक अधिवक्ता रामा राव इम्माननी द्वारा दायर शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की। विशेष रूप से, इस मामले में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का सहारा लिए जाने पर आयोग ने तीखी प्रतिक्रिया दी। आयोग ने मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इस पर तेज कार्रवाई की जरूरत महसूस की और जल्द से जल्द विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

अल्लू अर्जुन, जो कि इस समय जमानत पर बाहर हैं, से इस घटना के बाद कुछ दिनों के लिए पुलिस ने पूछताछ की थी। हालांकि, इस पूरी घटना के दौरान हुई जांच और कार्रवाई को लेकर राजनीतिक विवाद भी उठा। 13 दिसंबर को हुई उनकी गिरफ्तारी और जुबली हिल्स स्थित उनके घर पर पुलिस कार्रवाई ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया। हैदराबाद पुलिस ने उनके खिलाफ समन जारी किया, जो इस मुद्दे में और अधिक जटिलताएं उत्पन्न कर रहा है।

इस दौरान इस मामले ने सामाजिक और राजनीतिक बहसों का रूप ले लिया है, जिसके चलते कई पक्षों से आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं, और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं।